-जल निगम के सिर ठीकरा फोड़ते हुए जलकल ने किया टेक ओवर से इनकार

-कहा, टेस्टिंग में फेल रही हैं परियोजना के तहत डाली गई पाइप लाइनें

Meerut : भ्रष्टाचार के जाल में फंसकर गंगाजल की सप्लाई पर ही नहीं, बल्कि संपूर्ण परियोजना पर ताला पड़ने का खतरा मंडरा रहा है। गंगाजल परियोजना का टेक ओवर करने से जलकल विभाग ने इसलिए इनकार कर दिया, क्योंकि परियोजना में कराए गए निर्माण कार्य धरातल पर आने से पहले ही ध्वस्त हो गए। जलकल का कहना है कि पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हैं तो कराए गए निर्माण कार्य मानकों पर खरे नहीं उतर रहे हैं।

नहीं कर टेकओवर

जीएम जलकल विभाग संजीव रामचंद्रन ने कहा कि गंगाजल परियोजना के तहत बनाए नए निर्माण कार्य मानकों पर नहीं ठहरते। टेक ओवर से पहले गंगाजल परियोजना का कम्प्लीशन सर्टिफिकेट जल निगम को देना होगा। ट्रायल के बाद, पूरी तरह से लीकलेस पाइप लाइन को हम टेक ओवर कर सकते हैं। कार्यदायी संस्था जल निगम को कई बार लिखा गया किंतु अभी तक योजना के तहत बिछाई गई पाइप लाइन और स्ट्रक्चर का कम्प्लीशन नहीं सौंपा गया है। जल्द ही जलकल विभाग जल निगम को गंगाजल योजना के तहत कराए गए कार्यो की टेस्टिंग के लिए कहेगा।

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ये है हालत

-विकासपुरी स्थित क्लियर वाटर रिजर्वायर (सीडब्ल्यूआर) का निर्माण कार्य अधूरा

- पेयजल सप्लाई के लिए बिछाई गई पाइप लाइन ज्यादातर खराब

-माधवपुरम सीडब्ल्यूआर का महज 20 प्रतिशत कार्य पूरा

- अन्य जगहों पर भी टेस्टिंग के दौरान पाइप लाइन खराब

-सर्किट हाउस सीडब्ल्यूआर तक पहुंच रही राइजिंग मेन्स क्षतिग्रस्त, कई लीकेज।

वर्जन

गंगाजल परियोजना को टेक ओवर करने की स्थिति में फिलहाल जलकल नहीं है। जल निगम जब तक योजना का कम्प्लीशन सर्टिफिकेट और ट्रायल कर नहीं देगा, तब तक रखरखाव और संचालन का जिम्मा जल निगम का ही है।

-संजीव रामचंद्र, जीएम जलकल

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कई बार जलकल विभाग को गंगाजल परियोजना के हैंडओवर के लिए लिखा गया है। हैंडओवर करने से पहले की प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए जल निगम तैयार है।

भारत भूषण, परियोजना प्रबंधक, गंगाजल परियोजना

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मेरठ की जलापूर्ति

15 लाख-मेरठ शहर की आबादी

232 मिलियन लीटर पर डे-पेजयल की मांग

232 एमएलडी-आपूर्ति

3-क्लियर वाटर रिजर्वायर (जलकल)

65-ओवरहेड टैंक

158-ट्यूबवेल

1900 किमी-डिस्ट्रीब्यूशन लाइन (90-600 मिमी। डाया)

स्रोर्स-मेरठ में जलापूर्ति कर रहे जलकल विभाग का इंफ्रास्ट्रक्टर।

यहां भी भ्रष्टाचार की बू

2010 में जल निगम ने भोला रोड स्थित मुल्तान नगर में ओवरहेड टैंक बनवाया। 1800 किलो लीटर की क्षमता वाले इस टैंक से करीब 2 लाख आबादी पोषित है। डिस्ट्रीब्यूशन लाइन को भी चेक कराया था, वो भी ब्रस्ट पड़ी हैं। 2 ट्यूबवेल भी ओवरहेड टैंक का संचालन न होने बंद पड़े हैं और जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है।