-गंगा-वरुणा में लगातार पानी के बढ़ाव से किनारे रहने वाले लोगों को किया गया एलर्ट

-नाव संचालन पर लगायी गयी रोक, बाढ़ चौकी बनाने पर दिया गया जोर

उफनाती गंगा-वरुणा को लेकर अब जिला प्रशासन भी एलर्ट हो गया है। वरुणा में बढ़ाव के बाद अब गंगा के तेज प्रवाह पर जिला प्रशासन की निगाहें टिक गई हैं। बाढ़ की चपेट में आये इलाकों में जिला प्रशासन की ओर से एलर्ट कराया गया है। गंगा में जहां नौका संचालन पर रोक लगा दी गई है। वहीं नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बसने का निर्देश दिया गया है। एनडीआरएफ की तीन टीमें घाटों पर बोट से चक्रमण कर रही हैं। जबकि इमरजेंसी के लिए 12 टीमें रिर्जव रखी गई हैं। जिला प्रशासन की एक टीम गंगा-वरुणा के जलस्तर पर हर पल निगाह जमाई हुई है। इसके साथ ही बाढ़ चौकी बनाने पर जोर दिया गया है। रविवार को वरुणा के जलस्तर में वृद्धि बरकरार रही। इससे तटीय एरिया के वासियों की रात खौफ में कट रही है। पुलकोहना, सलारपुर, सरैया आदि इलाकों में नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है।

कांवरियों को लेकर विशेष चौकसी

गंगा में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए एडीएम सिटी की ओर से रविवार को दशाश्वमेघ घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट सहित अन्य घाटों पर कांवरियों को एलर्ट किया गया। बैरीकेडिंग के आगे निकल कर स्नान करने वाले कांवरियों को जल पुलिस की ओर से चेताया गया। जल पुलिस ने बाकायदा बोर्ड लगाकर दिशा निर्देशित किया है कि बैरीकेडिंग से आगे स्नान करने पर मनाही है। खतरे को भांपते हुए कांवरियां घाट की सीढि़यों से आगे नहीं बढ़ रहे हैं।

एलर्ट प्वाइंट से चार सेमी नीचे गंगा

भले ही गंगा अपने खतरे के निशान को छू नहीं पाई है लेकिन जिस तरह से जलस्तर बढ़ रहा है उससे प्रशासनिक अमले में अफरा-तफरी मची है। केंद्रीय जल आयोग की मानें तो बनारस में गंगा का जलस्तर रविवार को 66.15 सेंटीमीटर रहा। जबकि चेतावनी बिंदू 70.26 सेंटीमीटर मापा गया है। खतरे का चिन्ह 1978 के मुताबिक 71.26 और हाईएस्ट 73.90 सेमी नोट किया गया है। एलर्ट से चार सेमी नीचे गंगा की हिलोरे कब चेतावनी बिंदू को पार कर जाएं इसे लेकर जिला प्रशासन में हड़कंप मचा है।

नाविकों को सता रहा डर

गंगा घाटों के किनारे लगभग ढाई हजार से अधिक छोटे-बड़े नाव को सुरक्षित रखने में मल्लाहों सहित नाविकों के पसीने छूट रहे हैं। आफत जैसी स्थिति में नाविक दिन-रात काट रहे हैं। हालांकि नाव को सुरक्षित स्थान पर करने के सभी जतन नाविक कर रहे हैं। रात में अधिकतर नाविक सो नहीं पा रहे और पानी के जलस्तर पर निगाह रखे हुए हैं।

वर्जन

गंगा में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए एलर्ट किया गया है। कांवरियों को विशेष एलर्ट किया गया है। बचाव के लिए तीन घाटों पर एनडीआरएफ की टीमें संसाधनों से लैस हैं।

वीरेंद्र पांडेय, एडीएम सिटी