स्वच्छता में फेल हरी-5ारी, टार्गेट 80 था, केवल 12 वार्ड में डीटीडीसी

अब एक सप्ताह का दिया गया है समय, फिर हो सकती है कार्रवाई

ALLAHABAD: लगातार पार्षदों के टार्गेट पर रहने वाली हरी-5ारी के साथ गंगा-प्रदूषण नियंत्रण इकाई एक बार फिर पार्षदों के निशाने पर है। छह महीने पहले हुए विवाद के बाद मौका मिलने के बाद 5ाी हरी-5ारी सफाई व्यवस्था में फेल साबित हुई है। नगर निगम के नव निर्वाचित पार्षदों को शपथ लिए अ5ाी चार दिन ही हुए हैं और हरी-5ारी और गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के 2िालाफ कार्रवाई को लेकर दो दर्जन से अधिक लेटर नगर आयु1त और मेयर के पास पहुंच गए हैं।

लापरवाही पर हो चुकी है कार्रवाई

हरी-5ारी को शहर के स5ाी 80 वार्डो में डोर टू डोर कूड़ा कले1शन और कचरा निस्तारण की जि6मेदारी दी गई थी। कुछ वार्डो में ही डीटीडीसी के आरोप में छह महीने पहले तत्कालीन नगर आयु1त शेषमणि पांडेय ने हरी-5ारी का कांट्रै1ट 2ात्म करने की रिपोर्ट लगाई थी। हरी-5ारी की रि1वेस्ट पर एक मौका दिया गया। इसमें छह माह के अंदर शहर के स5ाी 80 वार्डो में डीटीडीसी (डोर-टू-डोर कूड़ा कले1शन) को कवर करने की बात कही गई थी। लेकिन छह महीने बाद 5ाी हरी-5ारी केवल 12 वार्डो को कवर कर पाई है।

मेयर ने मंगाई रिपोर्ट

केवल 35 गाडि़यों को लगाकर कचरा उठाया जा रहा है। 100 कर्मचारियों द्वारा घर-घर कूड़ा उठाया जा रहा है। हरी-5ारी के 2िालाफ लगातार आ रही शिकायतों के मद्देनजर मेयर अ5िालाषा गुप्ता नंदी ने स्वच्छ सर्वेक्षण की मीटिंग में हरी-5ारी के काम पर सवाल उठाते हुए एक सप्ताह का नोटिस दिया था। शनिवार को एक बार फिर हरी-5ारी की रिपोर्ट मंगाई गई है। इसके बाद हरी-5ारी के 2िालाफ कार्रवाई हो सकती है।

इसमें कोई दो राय नहीं कि हरी-5ारी की वजह से शहर की सफाई व्यवस्था पहले से और ज्यादा 2ाराब हुई है। दोबारा मौका देते हुए छह महीने में पूरे शहर में डीटीडीसी की जि6मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन केवल 12 वार्ड में घर-घर कचरा उठ रहा है। हरी-5ारी को अब समय नहीं दिया जाएगा, कार्रवाई होगी। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अधिकारियों को 5ाी बुलाकर जवाब मांगा जाएगा।

अ5िालाषा गुप्ता

मेयर, नगर निगम इलाहाबाद