गंगा प्रदूषण के सीवर लाइन में मेयर ने पकड़ी गड़बड़ी ही गड़बड़ी

कई जगह गलत सीवर लाइन को जोड़ दिया गया है चैम्बर में

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PRAYAGRAJ: शहर की सड़कें तो चौड़ी हो गई हैं, लेकिन पानी निकलने के कई आउटलेट ही बंद कर दिए गए हैं। जिसकी वजह से बरसात में इस बार भारी जलभराव होना तय है। जलभराव की संभावनाओं को देखते हुए कमियों को सुधारने के लिए मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने शनिवार को बैरहना, रामबाग, मलाकराज एरिया का निरीक्षण किया। जहां पानी के आउटलेट बंद होने और सीवर लाइन चोक होने पर उन्होंने गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के काम पर नाराजगी जताई।

पानी के आउटलेट कर दिए बंद

मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी इंद्रपुरी कॉलोनी मलाकराज पहुंचीं। यहां दोनों तरफ नाली सिल्ट से भरी मिली। कोई सफाई कर्मचारी सफाई करते हुए नहीं पाया गया। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि इस बार तो स्थिति और खराब होगी। क्योंकि गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ने सीवर लाइन तो बिछाया है, लेकिन पानी के आउटलेट को बंद कर दिया गया है।

सेवा समित विद्या मंदिर के सामने से जीवन ज्योति हास्पिटल के सामने तक के सभी सीवर लाइन के ढक्कनों को खुलवाकर देखा गया जहां पर पर काम मानक के अनुरूप नहीं मिला। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अवर अभियंता चंद्रशेखर द्वारा गलत व झूठी जानकारी दी गई।

नाले में जोड़ दी सीवर लाइन

मेडिकल कॉलेज से जीवन ज्योति हास्पिटल चौराहे तक गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा जो भी लाइन डाली गई है, वह मानक के अनुरूप नहीं है। पानी का बहाव लाइन में नहीं है।

अस्थाई व्यवस्था में गंगा प्रदूषण द्वारा ओवर फ्लो होने पर एक लाइन सीधे कुल भास्कर आश्रम के पास नाले में जोड़ दिया गया है।

सचिव जलकल ने बताया कि लाइन की सफाई कार्य के लिए भी पैसा गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई को दिया गया था, लेकिन उनके द्वारा कार्य नहीं किया गया है।

क्राउन पैलेस साउथ मलाका के पास भी एलएनटी एवं गंगा प्रदूषण नियंत्रण द्वारा गलत सीवर लाइन को चेम्बर में जोड़ने के कारण बारिश में वाटर लॉगिंग की समस्या होगी।