-तेजी से बढ़ रहा है गंगा का जलस्तर, यमुना में भी आया उफान

-कानपुर से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी

- शनिवार को हरिद्वार से 61 हजार व कानपुर बैराज से छोड़ा गया 3.17 लाख क्यूसेक पानी

ALLAHABAD: गंगा के जलस्तर में उफान जारी है। शुक्रवार और शनिवार को भी जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके चलते यमुना के जलस्तर में भी भारी वृद्धि हुई। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी यह उफान जारी रह सकता है। उधर, शनिवार को एक बार फिर हरिद्वार व कानपुर के गंगा बैराज से हजारों क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे कछारी इलाकों में खतरा बढ़ गया है।

ब्8 घंटे में ब्8 सेमी बढ़ा पानी

गंगा में पिछले चौबीस घंटों में ब्8 सेमी जलस्तर की वृद्धि दर्ज की गई। शनिवार को फाफामऊ में गंगा का जलस्तर चार सेंटीमीटर बढ़ गया। जबकि छतनाग में ख्क् व नैनी में ब्क् सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ा। फाफामऊ में जलस्तर 79.0ख् मीटर, छतनाग 7भ्.फ्फ् मीटर और नैनी में 7भ्.87 मीटर दर्ज किया गया। यही हालात रहे तो कुछ ही दिनों में जलस्तर खतरे के निशान के समीप पहुंच जाएगा जिससे तटीय इलाकों में जलभराव की स्थित पैदा हो जाएगी। बता दें कि गंगा में उफान का असर यमुना में भी साफ देखा जा रहा है। छतनाग में शनिवार को 8क् और नैनी में कुल भ्ब् सेमी जलस्तर बढ़ा है।

कानपुर से निकला सैलाब

शुक्रवार को हरिद्वार से फ्फ् हजार क्यूसेक और कानपुर गंगा बैराज से ब्.क्7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसका असर शनिवार को इलाहाबाद में दिखा। शनिवार को हरिद्वार से म्क् हजार व कानपुर गंगा बैराज से फ्.क्7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। लगातार तीन दिनों से कानपुर गंगा बैराज से सात लाख से अधिक क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जो दिक्कतें पैदा करने के लिए काफी है। सिंचाई विभाग बाढ़ प्रखंड के अधिशासी अभियंता मनोज सिंह के मुताबिक भविष्य में कानपुर से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने का क्रम जारी रहेगा।

ये रहा जलस्तर

शुक्रवार-

फाफामऊ- 78.98 मीटर

छतनाग- 7भ्.क्ख् मीटर

नैनी- 7भ्.ब्म् मीटर

शनिवार-

फाफामऊ- 79.0ख् मीटर

छतनाग- 7भ्.फ्फ् मीटर

नैनी- 7भ्.87 मीटर