अविरल गंगा समझौता शताब्दी समारोह में केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने की घोषणा

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VARANASI: अस्सी से वरुणा के बीच गंगा पर रिवर फ्रंट का डेवलपमेंट किया जाएगा। गुजरात के साबरमती नदी की तर्ज पर होने वाले इस डेवलपमेंट में काशी की पारम्परिक मान्यताओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उसकी अनदेखी नहीं की जाएगी। इससे जहां गंगा निर्मल होगी वहीं किनारों का भी समुचित विकास होगा। यह विचार केंद्रीय गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने बतौर चीफ गेस्ट गंगा महासभा एवं पंचगंगा फाउंडेशन के बैनर तले आयोजित अविरल गंगा समझौता शताब्दी समारोह में व्यक्त किया। कहा कि बनारस में गंगा किनारे डेवलप होने वाले फ्रंट के लिए खाका खींच लिया गया है।

यूनिवर्सिटी के लिए तलाशी जा रही जमीन

सेंट्रल मिनिस्टर उमा भारती ने कहा कि मंत्रालय ने बनारस में गंगा यूनिवर्सिटी बनाने का डिसीजन लिया है। जिसकी पहल पुणे की केंद्रीय जल शोध संरक्षण केंद्र ने किया है। यूनिवर्सिटी के लिए जमीन उपलब्ध कराने को जल्द ही स्टेट गवर्नमेंट को लेटर लिखा जाएगा। जमीन मिलते ही यूनिवर्सिटी को स्टेब्लिश करने का वर्क स्टार्ट हो जाएगा। इसके अलावा गंगा बेसिन व गंगा के वास्तविक भू भाग का पता लगाने के लिए तीन सौ करोड़ रुपये का प्रपोजल बनाया गया है। इसकी जिम्मेदारी जियोलाजिकल सर्वे संस्थान को सौंपी गयी है। यह संस्था गंगा के साथ ही उसमें मिलने वाली नदियों की भौगोलिक स्थिति का पता लगाएगी। साथ ही कहा कि गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के लिए ख्7 अक्टूबर को गंगा रिवर बेसिन अथारिटी की मीटिंग हुई थी। जिसमें क्9 बिंदुओं पर सहमति बनी। जिसके क्रियान्वयन की शुरुआत डिसीजन के ब्भ् दिन के अंदर हो जाएगी।

नदी को भी करना होगा साफ

पंचगंगा फाउंडेशन के अध्यक्ष व प्रोग्राम के आयोजन सचिव डॉ। हेमंत गुप्ता ने कहा कि गंगा की विराटता में असि नदी का महत्वपूर्ण योगदान है। आदिकाल से ही असि नदी बनारस में विराजमान है। कहा कि गंगा को निर्मल बनाने के लिए बेसिन में स्थित नदियों को भी साफ करना होगा। गंगा महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष जस्टिस गिरधर मालवीय ने कहा कि आज के ही दिन महामना मदन मोहन मालवीय ने पांच नवंबर क्9क्ब् को अंग्रेजों से गंगा की अविरलता को बनाए रखने का समझौता किया था। हालांकि यह समझौता उस दिन मौखिक भर था। इसके दो साल बाद सन् क्9क्म् में इस मुद्दे पर लिखित समझौता हुआ। सभा को ज्योतिषपीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, प्रधानमंत्री वैष्णव अनि अखाड़ा महंत माधव दास, स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती, सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इंद्रेश कुमार सहित अन्य भी संबोधित किया। इसके पहले केंद्रीय आयोजन समिति के संयोजक गोविंद शर्मा ने विषय प्रवर्तन व प्रो। गुरुप्रसाद सिंह ने स्वागत भाषण किया। संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर एमबीए एग्री बिजनेस बीएचयू डॉ। दृगबिंदू मणि सिंह व धन्यवाद ज्ञापन विद्याभूषण ने किया।

संजय गुप्ता को गंगा रत्‍‌न सम्मान

गंगा की अविरलता व निर्मलता के लिए समाज में अलख जगाने के लिए गंगा महासभा की ओर से दैनिक जागरण के समूह संपादक संजय गुप्ता को गंगा रत्‍‌न सम्मान से नवाजा गया। उन्हें अपने न्यूज पेपर के माध्यम से पब्लिक को अवेयर करने के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया। केंद्रीय मंत्री उमा भारती व महासभा के अध्यक्ष जस्टिस गिरधर मालवीय ने संजय गुप्ता को शॉल ओढ़ाकर प्रशस्ति पत्र व नारियल प्रदान किया। इसके अलावा दिलीप तिवारी, प्रो। राणा पीबी सिंह, राकेश शुक्ल व पं। रविशंकर द्विवेदी को भी गंगा रत्‍‌न से सम्मानित किया गया।