-केदारनाथ के बाद अब बद्रीनाथ का भी होगा सौंदर्यीकरण

-भजन गायिका अनुराधा पौडवाल ने की सीएम से भेंट

देहरादून, सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत से भजन गायिका अनुराधा पौडवाल ने शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने सीएम से उत्तराखंड में देवभूमि के अनुरूप टेंपल टूरिज्म को बढ़ावा देने की अपेक्षा की। बकायदा अनुराधा ने इस संबंध में सहयोग देने का आश्वासन दिया। इस दौरान सीएम ने कहा कि केदारनाथ के साथ बद्रीनाथ के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इन क्षेत्रों को हेली सेवा से जोड़ा गया है। शीघ्र ही गंगोत्री व यमुनोत्री को भी हेली सेवा से जोड़ने की कार्ययोजना बनायी जायेगी। तथा इन क्षेत्रों का भी सौन्दर्यीकरण किया जायेगा।

सीएम ने सुझावों का किया स्वागत

अनुराधा पौडवाल ने कहा कि गंगा आरती, बद्रीनाथ, केदारनाथ, शिवाराधना, वैष्णो देवी जैसे धार्मिक स्थल उनकी भजन गायकी के केंद्र रहे हैं। उत्तराखंड व मां गंगा से विशेष लगाव होने के नाते उत्तराखंड के मंदिरों को पर्यटन से जोड़ने में सहयोगी बनने की उनकी इच्छा है। सीएम ने उनके सुझावों का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखंड के चारधामों के अतिरिक्त अन्य धार्मिक स्थलों व पौराणिक महत्व के मंदिरों को देश व दुनिया के समक्ष लाने के लिये राज्य सरकार प्रयासरत है।

पौराणिक स्थल होंगे विकसित

सीएम ने कहा कि राज्य में पौराणिक महत्व के विभिन्न मंदिरों के संरक्षण के तहत पंचकेदार, पंचबद्री, रामायण व महाभारत काल से जुड़े स्थलों व मंदिरों का भी विकास किया जायेगा। सीता ने जहां भूमि में समाधि ली थी, लक्ष्मण ने माता सीता को जहां पर विदा किया था, ऐसे दो मंदिर सीताकोटी व बिदाकोटी पौड़ी के सितोस्यूं में हैं। यहां पर वाल्मीकि मंदिर भी है। ऐसे स्थलों का भी विकास किया जा रहा है। जिससे प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिल सके।

मुख्य बिन्दू

-पर्यटन सचिव बोले, राज्य के पौराणिक महत्व के मंदिरों को दी जाएगी पहचान।

-पंचकेदार, पंचबद्री के साथ ही दूसरे मंदिरों की हो रही है मैपिंग।

-बद्रीनाथ व भविष्य बद्री का मास्टर प्लान हो रहा है तैयार।

-सूबे के अनछुए पर्यटक स्थलों के साथ ही पौराणिक मंदिरों को भी पहचान दिलाने की तैयार हो रही कार्ययोजना।