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RANCHI: करीब एक माह पहले धनबाद में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई पीडि़ता अब भी रिम्स में तड़प रही है। रिम्स में पीडि़ता के गाल, जबड़ा का ऑपरेशन हुआ है। इसके बाद वह बोलने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में वह इशारों से बात करती है। इशारों से ही वह अपना दर्द बयां कर रही है। घटना के बारे में बताकर वह आज भी सिहर उठती है। पीडि़ता को अब तक सिर्फ सुरक्षा के नाम पर एक महिला पुलिसकर्मी को तैनात किया गया है। लेकिन, उसके इलाज में कोई सहयोग नहीं मिल पाया है। मामले में चार आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया है। परिजनों के मुताबिक, यह मामला कहीं ना कहीं उसके भाई से भी जुड़ा है।

क्या है मामला
रिम्स में होश आने पर पीडि़ता ने कहा कि 2014 में उसका भाई लापता हुआ था। इसी क्रम में एक रांग मोबाइल नंबर से कॉल आया। कॉलर ने कहा था कि तुम्हारा भाई धनबाद में काम कर रहा है, चलो उससे हम मिलवा देते हैं। आशंका जताई जा रही है कि जिस ट्रैफिकर ने उसके भाई को गायब किया है। उसी के जरिए इस कांड को अंजाम दिया गया है। गौरतलब हो कि 23 सितंबर की दोपहर पीडि़ता को रेडियम रोड से अगवा कर लिया गया था। इसके बाद उसे धनबाद के बरवाअड्डा इलाके में ले जाया गया। फिर, उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया और पहचाने जाने के डर से उसकी हत्या की कोशिश भी की गई थी।

परिजनों को भी खतरा
इधर, परिजनों ने साजिश के तहत कांड को अंजाम देने की आशंका जताई है। आरोपियों द्वारा पीडि़ता को बहला-फुसलाकर ले जाया गया। इसके पीछे किसकी साजिश है। पुलिस इसका भी पर्दाफाश करे।