RANCHI: रांची के टाटीसिल्वे में दो नाबालिग बच्चियों(13 व 17 वर्ष)को बंधक बनाकर सात दिनों तक गैंगरेप करने का शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। मानव तस्करी के एक मामले की जांच में जुटी जगन्नाथपुर पुलिस ने जब एक 13 वर्षीया नाबालिग को बरामद किया तो यह खुलासा हुआ। नाबालिग विक्टिम ने बताया कि आरोपियों ने उन्हें सात दिनों तक बंधक बनाकर गैंगरेप किया। मामले में पुलिस ने दोनों नाबालिग पीडि़ताओं का गुरुवार को कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज किया। वहीं, दोनों पीडि़ताओं को पुलिस सुरक्षा में रखा गया है। दोनों के परिजन भी उनके साथ हैं। मामले में एक पीडि़ता के परिजनों ने उसके अपहरण का मामला थाने में दर्ज कराया था। आरोपी भी नाबालिग लड़की ही है।

पिकनिक मनाने के बहाने बुलाया

दोनों पीडि़ताओं ने बताया कि टाटीसिल्वे के बादल नामक युवक ने फोन कर 17 वर्षीया नाबालिग को पिकनिक मनाने बहाने बुलाया था। उसने बताया कि करीब 15 दिन पहले ही बादल से फोन पर दोस्ती हुई थी। उसके बुलावे पर वह अपने साथ 13 वर्षीया नाबालिग को भी लेकर गई थी। वहां पहुंचते ही दोनों को बंधक बना लिया गया। इसके बाद बादल ने मनीष नामक युवक को बुलवाया। फिर दोनों को एक ही कमरे में रखकर लगातार दुष्कर्म को अंजाम दिया गया।

थाने में दर्ज था अपहरण का मामला

इधर, जगन्नाथपुर थाने में अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस दबिश बना रही थी। आरोपियों को जब इसकी भनक लगी तो डर से दोनों को टाटीलिस्लवे में ही छोड़ दिया। इसके बाद दोनों नाबालिग किसी तरह जगन्नाथपुर पुलिस के पास पहुंच गई। दोनों से सिटी एसपी सुजाता वीणापाणि ने भी बयान लिया है। वहीं, बादल व मनीष द्वारा भेजे गए दो युवकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। अब इन्हीं की निशानदेही पर बादल और मनीष की तलाश में छापेमारी की जा रही है। इस मामले में टाटीसिल्वे और जगन्नाथपुर पुलिस संयुक्त रूप से कार्रवाई कर रही है।

3 जनवरी से गायब थी बच्चियां

गौरतलब हो कि बीते तीन जनवरी को 13 वर्ष की नाबालिग के गायब होने के बाद उसके पिता ने 17 वर्ष की नाबालिग पर अपहरण का आरोप लगा प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी में कहा गया था कि उसे बेच दिया गया है या कहीं मजदूरी के लिए ले जाया गया है।