- शनिवार को बीआरडी में किशोरी के साथ हुई हैवानियत

- नौकरी दिलाने के नाम पर बुलाया गया था किशोरी को

-बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हैवानियत करने वालों पर दर्ज हुआ केस

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में शनिवार देर रात हुई युवती से हैवानियत मामले में रविवार को गुलरिहा थाने में केस दर्ज कर लिया गया। बलरामपुर से किशोरी को मेडिकल कॉलेज में नौकरी दिलाने के नाम पर बुलाया गया था। रविवार को पुलिस ने पीडि़त किशोरी का बयान दर्ज किया और फिर उसकी तहरीर के आधार पर गोरखपुर बुलाने वाली कथित दीदी सोनाली और अफरोज के खिलाफ बलात्कार की कोशिश, धोखाधड़ी, जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। किशोरी का मेडिकल कराने की तैयारी की जा रही है। फिलहाल उसे आशा ज्योति केंद्र में रखा गया है। वहीं, बीआरडी प्रशासन ने पूरे कागजात को खंगाल लिया, लेकिन सोनाली नाम की युवती नहीं मिली।

गोंडा में हुई थी मुलाकात

किशोरी के बयान के मुताबिक उसकी मुलाकात सोनाली नाम की एक महिला से दस दिन पहले गोंडा में हुई थी। बातचीत के दौरान सोनाली ने अपना नंबर दिया और खुद को मेडिकल कॉलेज की नर्स बताया। गरीब घर की किशोरी उसके बातों में आ गई और उससे नौकरी दिलाने को कहा। इस पर सोनाली ने उसे बाद में बताने को कहा। नंबर पर दोनों की बातचीत होने लगी। कथित दीदी सोनाली ने शनिवार को किशोरी को गोरखपुर बुलाया। गोरखपुर स्टेशन से सोनाली ने ही रिसीव किया और फिर मेडिकल कॉलेज ले गई। शाम तक उसे टहलाती रही और फिर चार अन्य लड़कों से यह कहते हुए मुलाकात कराई की यह भी नौकरी के लिए आए हैं। देर शाम मोबाइल डिस्चार्ज होने पर किशोरी को अफरोज नाम का एक युवक लेकर गया। फिर उसे बर्न वार्ड के छत पर ले गया। किशोरी के मुताबिक उसने छत से फेंकने की धमकी देते हुए कपड़े निकलाने को कहा। शोर मचाते हुए किसी तरह से भागकर जान बचाई।

मजदूरों ने सुनी थी चीख

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को प्राइवेट वार्ड में रहने वाले एक मैकेनिक ने बताया कि शनिवार रात खाना खाने के बाद वह कमरे में सो रहा था। बगल में बिल्डिंग का निर्माण कार्य चल रहा है। शनिवार रात मजदूरों को किशोरी के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। सभी कमरे से बाहर निकले। तभी किशोरी नग्न हालत में सीढि़यों के रास्ते नीचे उतर रही थी। उससे चला भी नहीं जा रहा था। किशोरी की हालत देख सभी के होश उड़ गए। मजदूरों ने उसेकपड़े से ढका और उसके लिए खाना और जरूरी दवाएं मंगाई गई। इससे पहले ही घटना की जानकारी 100 नंबर पर पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई।

आखिर कौन है स्टाफ नर्स

किशोरी को नौकरी दिलाने वाली स्टाफ नर्स का पता नहीं चल रहा है। किशोरी जिस स्टाफ नर्स का नाम बता रही है उस नाम से कोई भी स्टाफ नर्स बीआरडी में है ही नहीं। रात में भी सिस्टर इंचार्ज से किशोरी के बताए हुए नाम वाली स्टाफ नर्स की तलाश की गई लेकिन रिकॉर्ड में उसका नाम दर्ज नहीं है।

घटना स्थल पर मिला फावड़ा

किशोरी के साथ जिस स्थान पर गैंगरेप हुआ। उस जगह पर एक फावड़ा मिला है। साथ ही एक पैर का चप्पल भी मिला है। छत पर पैरों के निशान भी मिले हैं। किशोरी के मुताबिक दरिंदे घटना को अंजाम देने के बाद बगल की सीढि़यों के रास्ते फरार हो गए। सीढि़यों पर कुछ जूतों के निशान भी पाए गए हैं। हालांकि पुलिस इन पहलुओं पर जांच कर रही है।

वर्जन-

पीडि़ता की तहरीर के आधार पर दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। दोनों की तलाश की जा रही है। जल्द ही किशोरी का मेडिकल कराया जाएगा। दोषियों की गिरफ्तारी को पुलिस टीम लगा दी गई है।

शलभ माथुर, एसएसपी, गोरखपुर