RANCHI: झारखंड में सक्रिय अपराधियों की अकूत संपत्ति अब पुलिस के रडार पर है। इनमें रांची के तीन गैंगस्टर अनिल शर्मा(उम्र कैद), सुशील श्रीवास्तव (मृत), किशोर पांडेय (मृत) की प्रॉपर्टी को पुलिस व ईडी की टीम खंगालेगी, इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इनके रिश्तेदारों, गुर्गो और करीबियों के नाम जो प्रॉपर्टी है, उसे खरीदने के लिए पैसे कहां से आए। इसकी तमाम जानकारी हासिल की जाएगी। इनके आय के स्रोतों पर अधिकारियों की पैनी नजर है। दरअसल, पुलिस सूत्रों की मानें तो जमशेदपुर के डॉन अखिलेश सिंह की गिरफ्तारी के बाद उसके द्वारा अर्जित की गई बेशुमार दौलत व बेनामी संपत्तियों के खुलासे के बाद पुलिस विभाग के कान खड़े हो गए हैं और ऐसी प्रॉपर्टी को सीज करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसी कड़ी में रांची के अपराधी संदीप थापा और गेंदा सिंह की सम्पत्ति सीज करने की भी कार्रवाई शुरू होगी।

इंटरस्टेट ठिकानों की तलाश

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, इन अपराधियों ने राजधानी रांची समेत रामगढ़, पतरातू, हजारीबाग, जमशेदपुर, बेगूसराय(बिहार), कोलकाता(कोलकाता), दिल्ली(दिल्ली), बेंगलुरू (कर्नाटक) में भी कई प्रापर्टी खरीद रखी है। इनमें ज्यादातर संपत्ति करीबी रिश्तेदारों या नजदीकी गुर्गो के नाम से खरीदी गई हैं। इन रिश्तेदारों और करीबियों की इनकम व संपत्ति के मूल्य का मिलान कराया जाएगा।

प्रापर्टी की लिस्ट तैयार कर रही पुलिस

पुलिस इन तीनों अपराधियों और इनके करीबियों के नाम से जो भी प्रापर्टी हैं, उसकी लिस्ट तैयार कर रही है।

अनिल शर्मा गैंग: मेन रोड स्थित कीमती प्रॉपर्टी, इसी नाम से बेगूसराय में मार्केटिंग काम्पलेक्स, सरकुलर रोड आ‌र्ट्स ब्लॉक के पास जमीन, चुटिया में विशाल भूखंड, हिनू में फ्लैट, बिरसा चौक के समीप दो अपार्टमेंट, बरियातू स्थित भूखंड, नोएडा में फ्लैट शामिल हैं।

सुशील श्रीवास्तव: इसकेनाम से हजारीबाग, धनबाद और कोलकाता में फ्लैट, मकान और जमीन, रांची में दो फ्लैट, दिल्ली में एक फ्लैट, बोकारो में एक भूखंड, बेंगलुरू में डूप्लेक्स इत्यादि। अन्य करीबियों के नाम से अर्जित की गई संपत्ति भी जब्त की जाएगी।

किशोर पांडेय व उसकी पत्नी: इनके नाम पर रांची-जमशेदपुर में रिहायशी इलाके में महंगे फ्लैट, कांके रोड में फ्लैट, पतरातू में जमीन-घर, कोलकाता में फ्लैट और भूखंड, आसनसोल में भूखंड और डूप्लेक्स, धनबाद में बड़ी जमीन समेत कई महंगी गाडि़यों के साथ अन्य प्रॉपर्टीज,

कोयला, रेलवे, रियल इस्टेट पर कब्जा

पतरातू-खलारी समेत झारखंड के अन्य कोयला बहुल क्षेत्रों में रेलवे रैक की लोडिंग पर किशोर पांडेय और सुशील श्रीवास्तव गिरोह का वर्चस्व है। रैक लोडिंग से नियमित रंगदारी उठाई जाती है, जिसको लेकर कई बार दोनों गुटों में खुला गैंगवार भी हो चुका है। अनिल शर्मा के नाम से रेलवे में ठेकेदारी का सिक्का चलता है। झारखंड, ओडि़शा, बिहार, यूपी तक बिना शर्मा गैंग के इशारे किसी ठेकेदार को काम नहीं मिलता।

ईडी ने दी मंजूरी, थापा-गेंदा पर कसेगा शिकंजा

प्रवर्तन निदेशालय ने संदीप थापा और गेंदा सिंह की संपत्ति को सीज करने के लिए पुलिस के प्रस्ताव पर स्वीकृति दे दी है। इन दोनों अपराधियों, इनके रिश्तेदारों, गुर्गो समेत अन्य की बेनामी संपत्ति पर जल्द ही शिकंजा कसने की तैयारी है।

वर्जन

पुलिस का टारगेट है कि इनकी अवैध कमाई और उन स्त्रोतों को बंद कर दिया जाए, जहां से इन्हें बेशुमार दौलत मिल रही है। राज्य सरकार के आदेश के बाद पुलिस ने राज्य में सक्रिय नक्सली संगठनों भाकपा माओवादी, टीपीसी, पीएलएफआई आदि के सदस्यों की संपत्ति सीज करनी शुरू कर दी है। इन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाकर पुलिस संगठन ध्वस्त करने के प्लान में है। ठीक इसी तर्ज पर ऑर्गनाइज्ड क्राइम चलाने वाले इन सभी गैंगों के सदस्यों पर भी पुलिस शिकंजा कसेगी।

-आशीष बत्रा, आईजी सह पुलिस प्रवक्ता, झारखंड पुलिस