भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि खराब फार्म में चल रहे रिकी पोंटिंग और माइक हस्सी जैसे सीनियर खिलाडिय़ों पर आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का भरोसा पहले क्रिकेट टेस्ट में 122 रन से मिली जीत में अहम साबित हुआ।

 गांगुली ने कहा ,‘‘ कप्तान की भूमिका अहम है और क्लार्क ने रिकी पोंटिंग और माइक हस्सी जैसे सीनियर पर भरोसा जताया है। पोंटिंग और क्लार्क के बीच जबर्दस्त तालमेल है.’’

 उन्होंने कहा ,‘‘ बहुत से कप्तान ऐसे होते हैं जो पूर्व कप्तानों को हाशिए पर रखना चाहते हैं और अपनी टीम बनाने पर उनका जोर होता है। क्लार्क ने इस मामले में काफी परिपक्वता दिखाई है। बतौर कप्तान यह उसके काफी काम आएगा। सभी ने देखा कि कैसे पोंटिंग और हस्सी ने नाजुक मौकों पर टीम को संकट से निकाला.’’

 गांगुली ने सिडनी मार्निंग हेराल्ड में अपने कालम में लिखा कि किसी ने सोचा भी नहीं था कि पहला टेस्ट चार दिन में खत्म हो जाएगा और आस्ट्रेलियाई टीम इसके लिए बधाई की पात्र है।

 उन्होंने कहा ,‘‘ न्यूजीलैंड के खिलाफ होबार्ट मैच के बाद उन पर काफी दबाव था लेकिन इस मैच में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करके जीत दर्ज की। लोग भारत को प्रबल दावेदार बता रहे थे लेकिन आस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर हराना हमेशा कठिन होता है.’’

 उन्होंने कहा ,‘‘ इसका श्रेय काफी हद तक माइकल क्लार्क को जाता है। उसने युवा खिलाडिय़ों में आत्मविश्वास भरा है और टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का साहसिक फैसला भी लिया.’’ गांगुली ने कहा कि युवा आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को इस जीत का श्रेय दिया जाना चाहिए जिन्होंने भारत को दबाव में रखा।

 उन्होंने कहा ,‘‘यह आस्ट्रेलिया का नया आक्रमण है और उन्होंने बढिय़ा प्रदर्शन किया। जेम्स पेटिंसन, बेन हिलफेनहास और पीटर सिडल ने बेहतरीन गेंदबाजी की.’’  उन्होंने कहा ,‘‘ उन्होंने अच्छी लाइन और लैंग्थ से गेंदबाजी की। ग्लेन मैकग्रा जैसे महान गेंदबाज तक पहुंचने में उन्हें समय लगेगा लेकिन उनकी तारीफ करनी होगी कि भारत के बेहतरीन बल्लेबाजों को उन्होंने दबाव में रखा.’’

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