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किलो गांजा तस्करों के पास से पुलिस ने बरामद किया

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पैकेट में एक-एक किलो गांजा तस्करों ने भर रखा था

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पैकेट में दो-दो किलो गांजा पुलिस ने किया है बरामद

-बॉर्डर से गांजा उठाकर कई जनपदों में सप्लाई किया करते थे गैंग के पकड़े गए चारों गुर्गे

PRAYAGRAJ गांजा तस्करों का पूरा काम मूवी स्टाइल में था। उन्नाव से संचालित गैंग का सरगना अकबर है। बोकारो से गांजा खरीदकर अकबर चंदौली बॉर्डर तक सप्लाई करता था। उसके चार गुर्गे बॉर्डर से माल उठाते थे और उसे प्रयागराज, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, फतेहपुर व कानपुर तक सप्लाई करते थे। गांजा सप्लाई के लिए चोरी की इंडिगो कार इस्तेमाल करते थे। पुलिस ने दोनों कार को अपने कब्जे में ले लिया है।

गैंग के चारों गुर्गे उन्नाव के

पुलिस लाइंस सभागार में शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों ने मामले का खुलासा मीडिया के सामने किया। बताया कि प्रभारी इंटेलीजेंस विंग/स्वाट धर्मेद्र सिंह यादव, उन निरीक्षक ओम शंकर शुक्ल व विजय विक्रम सिंह टीम के साथ सोरांव एरिया में भ्रमण पर थे इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर उन्होंने हाइवे पर स्थित अलीपुर के पास एक गाड़ी को रोका। टीम ने सोरांव इंस्पेक्टर को भी टीम के साथ बुला लिया था। टीम ने एक इंडिगो व एक डटसन को रोका तो चालकों ने रफ्तार बढ़ा दी। पीछा करके पुलिस ने कार रोकवायी और इसमें सवार लोगों को पकड़कर तलाशी ली तो 77 किलो गांजा मिला। तस्करों ने पुलिस को अपनी पहचान सुनील किशोर शुक्ल पुत्र स्व। बृज किशोर शुक्ल निवासी आदर्श नगर थाना कोतवाली उन्नाव, अतुल कुशवाहा पुत्र राम बहादुर कुशवाहा निवासी सिंगरौसी थाना कोतवाली उन्नाव, अशोक कुमार त्रिपाठी पुत्र राम कुमार त्रिपाठी निवासी अकरमपुर कोतवाली उन्नाव व मुकेश मिश्र पुत्र सदाशिव मिश्र निवासी अकरमपुर थाना कोतवाली उन्नाव के रूप में दी।

आया पैसा तो भराने लगा उड़ान

गैंग का सरगना अकबर प्रति किलो 500 रुपया सुनील को देता था।

पांच से छह हजार रुपए प्रति किलो में वह गांजे को यहां बेचता था

सुनील साथ रहे तीन साथियों को प्रति राउंड 20-20 हजार रुपए देता था

गांजा तस्करी से वह उन्नाव में एक होटल का निर्माण करा रहा है।