-की-मैन की सतर्कता के चलते समय पर देख लिया गया पटरी के बीच बढ़ा हुआ गैप

BAREILLY /MEERGANJ :

मीरगंज के गुगई रेलवे क्रॉ¨सग पर फ्राइडे सुबह बड़ा रेल हादसा टल गया। अचानक की-मैन की नजर पटरी के ज्वाइंट पर बने लगभग आठ इंच के गैप पर पड़ी तो वह दंग रह गया। उसने तत्काल नगरिया सादात स्टेशन मास्टर को सूचना दी। इसके बाद कंट्रोल को सूचना देकर ट्रेनों का संचालन रोका गया। कुछ मिनट बाद ही इस लाइन से मालगाड़ी गुजरनी थी। मालगाड़ी समेत अप लाइन की दर्जनभर ट्रेनों को जहां के तहां रोक दिया गया। इसके बाद इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर मुआयना करने के बाद पटरी की मरम्मत करवाकर धीमी रफ्तार से ट्रेनों का संचालन शुरू कराया।

कॉशन देकर गुजारी गई ट्रेन

गुगई रेलवे क्रासिंग पर सुबह 5:55 बजे की-मैन ने अप लाइन पर पटरियों के ज्वाइंट पर गैप देखा। गैप देखते ही स्टेशन मास्टर नगरिया सादात तुरंत सूचना दी, जिस पर कंट्रोल को मैसेज देकर गाडि़यों का संचालन अप लाइन से रोक दिया गया। दो मालगाडी और दर्जन भर सवारी गाड़ी कॉशन देकर निकाली गईं। ट्रैक इंजीनियर ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद वहां पर गाडि़यों को तीस के कॉशन पर निकाला गया। अब ब्लॉक लेकर पटरी को बदला जाएगा। फिलहाल ट्रैक पर रेड फ्लैग लगाकर की-मैन की तैनाती कर दी गई है। स्टेशन मास्टर ने रेल पथ निरीक्षक को मामले की रिपोर्ट भेज मंडल ऑफिस से ब्लॉक का समय मांगा है। रेल अधिकारी कहते हैं, जब पटरी के ज्वाइंट पर गैप अधिक बढ़ जाता है तो रफ्तार में आने वाली गाड़ी के डिरेल होने का खतरा अधिक रहता है। इसलिए गैप वाले स्थान पर कॉशन मेमो जारी करके गाडि़यों को निकाला जा रहा है।

ब्लॉक लेकर बदली जाएगी पटरी

ब्लॉक मिलने पर पटरी को बदलवाया जाएगा। इंजीनियरों का कहना है, जब गर्मी अधिक बढ़ती है तो पटरियों की लंबाई बढ़ जाती है, लेकिन तापमान जब गिरता है तो पटरियां सिकुडती हैं। हालांकि ठंड के मौसम में पटरियों के ज्वाइंट पर गैप बढ़ने की घटनाएं अधिक सामने आती हैं। हो सकता है कि पटरी के ज्वाइंट पर लगी प्लेट किसी वजह से हट गई हो जिससे गैप बन गया। मीरगंज रेल सेक्शन में मशीन से ट्रैक पै¨कग का काम भी चल रहा है। सभी गेट पर रेल विभाग ने प्लेटों को रखवा दिया है, जहां से रेल कर्मी प्लेट उठाकर जहां जरूरत हो लगा सकते हैं।

प्लेट लगाकर गैप को ठीक कर दिया गया है। फिलहाल 30 किमी। प्रति घंटा की रफ्तार से कॉशन के साथ ट्रेनों को पास किया जा रहा है। समय रहते की-मैन घटनास्थल पर न पहुंचा होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।

अख्तर हुसैन, स्टेशन अधीक्षक नगरिया सादात