-रिफ्यूजी कॉलोनी, सीतारामडेरा और बंगाली कॉलोनी में कचरे का ढेर, नहीं हो रही साफ-सफाई

-जुस्को के सफाई कर्मियों की अनदेखी का खामियाजा भुगत रहे हैं स्थानीय लोग

-नालियों में पानी जमा है गंदा पानी, मलेरिया व डेंगू के मच्छर पल रहे हैं

JAMSHEDPUR: रिफ्यूजी कॉलोनी, सीतारामडेरा व बंगाली कॉलोनी की सड़कों पर कूड़े-कचरे का अंबार स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ा रहा है। इन तीनों मुहल्लों में सालों भर कचरे का ढेर लगा रहता है, पर साफ-सफाई का जिम्मा संभाल रही एजेंसी की नजर इस ओर नहीं जाती है। जुस्को कर्मियों की अनदेखी से स्थानीय बाशिंदे जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमिटी (जेएनएसी) का दरवाजा खटखटाने को मजबूर हो जाते हैं। ऐसे में कभी-कभी जेएनएसी के कर्मी साफ-सफाई भी कर देते हैं।

पुल पर है कचरे का ढेर

रिफ्यूजी कॉलोनी, बंगाली कॉलोनी व सीतारमडेरा को कनेक्ट करने वाले पुल पर सबसे ज्यादा कचरे का ढेर है। इस पुल से होकर तीनों बस्तियों के लोग आना-जाना करते हैं। यहां रखा डस्टबीन कचरे से भरा रहता है, पर इसे साफ करने की पहल नहीं होती है। इतना ही नहीं, आसपास के रहने वाले लोग भी अपने घर का कचरा यहीं डंप कर देते हैं। ऐसे में पुल के नीचे-ऊपर कचरे का हमेशा अंबार लगा रहता है।

नालियां भी जाम

रिफ्यूजी कॉलोनी की नालियां भी कूड़े-कचरे के भरे रहने की वजह से जाम है। नालियों से गंदे पानी की निकासी नहीं हो रही है। नाली में पानी जमा रहने के कारण यहां मलेरिया व डेंगू के मच्छर पल रहे हैं। ऐसे में इन बस्तियों में बीमारी फैलने की भी आशंका बनी रहती है।

सड़-गल रहा है कचरा

इन इलाकों में नियमित साफ-सफाई नहीं होने के कारण सड़कों, नाले-नालियों के साथ ही गलियों में पड़ा कचरा सड़-गल रहा है। इन कचरे से आने वाली गंदी बदबू के कारण स्थानीय लोगों के साथ ही आस-पास से गुजरने वाले लोगों को भी नाक बंद करना पड़ रह है।

बीमारियों के फैलने का खतरा

शहर में हो रही बारिश के कारण इन बस्तियों में रहने वाले लोगों को अपने घरों में पानी घुसने का डर भी सता रहा है। बारिश के कारण सड़कों पर पड़ा कचरा पानी के साथ नाले-नालियों में बह रहा है। ऐसे में नाले-नाली में कचरा जाम हो जाने पर बारिश का पानी समेत नाले का पानी और कचरा रिफ्यूजी कॉलोनी व बंगाली कॉलोनी के लोगों के घरों में भी घुस सकता है।

कहां-कहां कचरे का ढेर

रिफ्यूजी कॉलोनी, सीतारामडेरा व बंगाली कॉलोनी को आपस में जोड़ने वाले पुल, रिफ्यूजी कॉलोनी से हावड़ा ब्रिज की ओर जाने वाले नाले के ऊपर पुल पर, रिफ्यूजी कॉलोनी स्थित सामुदायिक भवन और बंगाली कॉलोनी के खाली मैदान में कचरा डंप है।

नालों के कचरें को सफाइकर्मी पुल के उपर सड़क पर डाल चले जाते है और फिर हफ्ते महीनों तक देखने नहीं आते हैं। बरसात आने के कारण डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों के फैलने का डर सताने लगा है।

-तारा चंद, रिफ्यूजी कॉलोनी

कचरे की ढेर के कारण पुल के उस पार आने-जाने में लोगों को परेशानी हो रही है। कचरे से बदबू दे रहा है। सफाईकर्मियों की अनदेखी के साथ कॉलोनी के लोग इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं देते है।

-रोहित, बंगाली कॉलोनी

सफाई कर्मियों द्वारा महीने में कभी-कभार ही साफ-सफाई की जाती है। उपर से स्थानीय लोगों द्वारा भी घरों से निकलने वाले कूड़े-कचरे को नाले-नालियों में फेंक दिया जाता है। बरसात आना पर कचरा जमा होने के कारण नालियां चोक हो जाती है।

-तरुण कुमार, रिफ्यूजी कॉलोनी

तीनों बस्ती के लोगों के द्वारा कचरा फेंका जाता है। समय पर साफ-सफाई नहीं होने से कचरे का ढेर लग जाता है। साफ-सफाई बनाये रखने के लिए बस्तीवासी को जागरुक होना पड़ेगा।

-जसविंदर सिंह, बंगाली कॉलोनी

मच्छरों ने पूरे एरिया में डेरा जमा लिया है। ऐसे में जिनके घर में छोटे बच्चे है। उन्हें बहुत संभल कर रहना पड़ रहा है। सफाईकर्मियों की लापरवाही का खामियाजा बस्तीवासी भुगत रहे है।

-जगजीत सिंह, रिफ्यूजी कॉलोनी