नहीं है खास व्यवस्था
हाल में हुए तीन दिनों की बारिस ने सिटी के कई एरियाज में एडमिनिस्ट्रेशनद्वारा की गई तैयारियों की पोल खोल दी है। वॉटर लॉगिंग की प्रॉब्लम से जूझने वाले एरियाज में अभी तक इसे खत्म करने की दिशा में खास व्यवस्था नहीं दिखाई दे रही।

Complain पर नहीं है ध्यान
मानगो, भुईयाडीह, जुगसलाई जैसे कई एरियाज में गंदगी की समस्या पहले की ही तरह बनी हुई है। मानगो के रहने वाले नदीम आजादनगर में जगह-जगह जमा गंदगी के ढेर को दिखाते हुए कहते हैं कि कंप्लेन करने के बावजूद एमएनएसी द्वारा सफाई के लिए दो महीने तक का वक्त लिया जाता है। उधर रिफ्यूजी कॉलोनी में थोड़ी सी बारिश में भी सडक़े नाले में तब्दील हो जाती है।

75 सफाईकर्मियों के हवाले 6 zone
जेएनएसी के जिम्मे कदमा, भाटिया बस्ती, उलियान, शास्त्रीनगर, बिरसानगर, लक्ष्मीनगर, रामनगर, मनीफिट, बारीडीह, बागुननगर, रिफ्यूजी कॉलोनी, गुरुद्वारा बस्ती, भुईयाडीह, ग्वाला बस्ती सहित कई इलाकों की सफाई का जिम्मा है। इन इलाकों को छह जोन में बांटा गया है। लेकिन इन सभी जोन्स में सफाई के लिए जेएनएसी द्वारा सिर्फ 75 सफाई कर्मचारी रखे गए हैं। इतना ही नहीं इतने बड़े इलाके की सफाई के लिए जेएनएसी के पास महज एक जेसीबी, दो डंफर प्लेसर, एक 407 टीपर और दो ट्रैक्टर हैं। ऐसे में सफाई की व्यवस्था का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।

22 नालों की होगी सफाई
जेएनएसी के हेल्थ ऑफिसर डॉ रवीन्द्र ने बताया कि 22 बड़े नालों की सफाई के लिए टेंडर निकाला जा रहा है। अगले तीन-चार दिनों के अंदर सारी प्रक्रिया पूरी कर सफाई का काम स्टार्ट कर दिया जाएगा।