बॉडी लैंग्वेज में नहीं दिखा जोश
एक जमाने में दिग्गज बैट्समैन रहे सुनील गावस्कर इंडिया को मिली इस हार से काफी आहत हैं. मैनचेस्टर टेस्ट में टीम इंडिया के घटिया प्रदर्शन की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि धोनी ब्रिगेड ने इंग्लैंड की टीम के अगेंस्ट संघर्ष किये बिना ही घुटने टेक दिये. इसके साथ ही गावस्कर ने इंडियन प्लेयर्स की बॉडी लैंग्वेज पर भी सवाल खड़े किये और उसे किसी हारे हुये प्लेयर की तरह करार दिया. गावस्कार ने कहा,'उन्होंने मैदान पर संघर्ष नहीं दिखाया. बैट्समैन आसानी से आउट हो रहे थे. ऐसा नहीं था कि इंग्लैंड के बॉलर बेहद खतरनाक बॉलिंग कर रहे थे, लेकिन बैट्समैनों में क्रीज पर टिकने की ललक नजर नहीं आई.

डंकन फ्लेचर पर निशाना
फॉर्मर विकेटकीपर फारुख इंजीनियर ने भी इंडियन प्लेयर्स के खराब प्रदर्शन की आलोचना की. उन्होंने टीम के महंगे कोच डंकन फ्लेचर पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा,'कोच फ्लेचर की जिम्मेदारी थी कि वह कैप्टन धोनी को टॉस जीतने के बाद बॉलिंग चुनने की सलाह देते'. इंजीनियर ने कहा,'यह बेहद शर्मनाक है. पहले बैटिंग का फैसला लेकर इंडियन टीम ने अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ली थी. मैदान पर खेलते हुये उनके अंदर जीत का जज्बा नजर नहीं आया. फ्लेचर एक मंहगे कोच हैं और उन्हें इस काम के लिये मोटी रकम मिलती है. फिर उन्होंने ऐसा डिसीजन क्यों लेने दिया.'

1 सेशन में गिरे 9 विकेट
गौरतलब है कि लॉडर्स में बेहतरीन जीत हासिल करने के बाद इंडियन टीम को इंग्लैंड में लगातार दूसरी पराजय मिली है. मैनचेस्टर में मेजबान टीम ने धोनी ब्रिगेड को महज तीन दिनों में पारी और 54 रन के अंतर से करारी शिकस्त दी. मैनचेस्टर में कैप्टन धोनी ने हरी पिच पर टॉस जीतने के बाद बैटिंग चुनी थी. इसके बाद जल्द ही इंडियन टीम का स्कोर महज 8 रन के योग पर 4 विकेट हो गया था. और तो और दूसरी पारी में वे महज एक सेशन में 9 विकेट गंवा बैठे.  

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