- मुख्यमंत्री ने एक दिन पहले किया लोकार्पण

- अफजाल और मुख्तार करा रहे मुलायम के लिए रैली

- लोकार्पण कार्यक्रम के बैक ड्राप में शिवपाल का भी नाम

LUCKNOW:कौमी एकता दल के संस्थापक अफजाल अंसारी और उनके भाई बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी बुधवार को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ मंच साझा करेंगे। कौमी एकता दल के सपा में विलय की आधिकारिक मंजूरी मिलने के बाद अफजाल ने इस रैली को आयोजित करने का ऐलान किया था। मुलायम के गाजीपुर में रैली को संबोधित करने से एक दिन पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गाजीपुर में गंगा नदी पर पुल का लोकार्पण कर वहां के लोगों को सौगात भी दी। मालूम हो कि मुख्यमंत्री रैली में शामिल नहीं होंगे।

चंदौली-सकलडीहा-सैदपुर मार्ग पर पुल

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर गाजीपुर में चंदौली-सकलडीहा-सैदपुर मार्ग पर गंगा नदी पर निर्मित पुल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पुल बनने से लोगों का सफर आसान होगा, व्यापारिक तथा विकास संबंधी गतिविधियों को गति मिलेगी। सैदपुर तहसील का सीधा संपर्क चंदौली से हो जाएगा, जिससे वाराणसी में ट्रैफिक के दबाव में कमी आएगी। इस पुल के निर्माण की मांग लंबे अरसे से की जा रही थी। इससे क्षेत्र के लोगों का गंगा नदी पर सेतु निर्माण का सपना साकार हो गया है। उन्होंने कहा कि सड़कें और पुलों के अच्छे नेटवर्क से लोगों को लाभ मिलता है। उनका समय बचता है और आर्थिक बदलाव आते हैं। परियोजनाओं को यदि तेजी से पूरा किया जाए तो उनकी लागत में कमी आती है।

शिवपाल ने लिया तैयारियों का जायजा

वहीं दूसरी ओर सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने गाजीपुर जाकर रैली की तैयारियों का जायजा भी लिया। इस रैली को समाजवादी पार्टी की पहली चुनावी रैली माना जा रहा है इसलिए इसे सफल बनाने को पार्टी भी अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। इस रैली से पूर्वाचल में अपनी बढ़त बना रही बीजेपी को कड़ी टक्कर देने की तैयारी है। रैली सफल होने से यह भी साफ हो जाएगा कि कौमी एकता दल के विलय को लेकर किया गया फैसला कितना असरदार रहा।

लिखा गया 'पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव'

गाजीपुर में गंगा नदी के पुल के लोकार्पण कार्यक्रम में लगाए गये बैक ड्राप में पूर्व मंत्री लोनिवि शिवपाल सिंह यादव का नाम भी दिया गया। पिछले कई दिनों से अखिलेश और शिवपाल के बीच छिड़ी रार के बाद बैक ड्राप में शिवपाल के नाम का उल्लेख पार्टी के लिए अच्छे संदेश के रूप में देखा जा रहा है। याद रहे कि सोमवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के लोकार्पण के दौरान शिवपाल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जमकर तारीफ की थी। वहीं उन्होंने रामगोपाल यादव के पैर भी छुए थे जिसने उनकी लंबे समय से तनातनी चल रही थी।