- आवंटियों से आठ माह में देने का किया था अनुबंध

- निरीक्षण पूरा होने पर जुलाई तक मिल जाएगा कब्जा

GORAKHPUR: जीडीए 15 जुलाई से 20 जुलाई तक आवंटियों को आवास देने वाला है। जीडीए की अमरावती निकुंज योजना के तहत बनने वाले फ्लैट्स का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। जिम्मेदारों का दावा है कि आवंटियों को दिए गए अनुबंध में दिए गए मानकों को पूरा कर लिया गया है। कुछ काम बाकी हैं, जिन्हें 10 से 15 दिन में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद तकनीकी टीम निरीक्षण करेगी और फिर लोगों को फ्लैट आवंटित करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। ये 2010 के बाद जीडीए की पहली ऐसी योजना है जिसे आवंटियों को दिए गए टाइम में पूरा कर ि1लया गया है।

57 परिवारों को मिलेगी छत

जीडीए ने जनवरी माह में तारामंडल सब स्टेशन के पीछे अमरावती निकुंज योजना का कार्य शुरू किया। इसमें थ्री-बीएचके और थ्री-बीएचके व स्टडी रूम के फ्लैट थे। इस योजना के तहत कुल 57 एचआईजी भवन बनने थे, जिनकी कीमत प्रति फ्लैट 37 लाख से करीब 47 लाख रुपए तक थी। इसके लिए जीडीए ने अक्टूबर 2015 में आवेदन बेचा और नवंबर में रजिस्ट्रेशन कराए गए। जीडीए सचिव एमके मिश्रा ने बताया कि जब योजना शुरू हुई तो जीडीए के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि इस योजना को समय से पूरा करना। इसलिए कार्य बेहद तेजी और सावधानीपूर्वक किया गया। उन्होंने बताया कि बचे कार्य जून में पूरा हो जाएंगे और आवंटियों को 15 जुलाई के बाद कब्जा दिलाया जाएगा। क्योंकि कार्य पूरा होने के बाद तकनीकी जांच की जाएगी और इसके बाद ही लोगों को फ्लैट्स दिए जा सकेंगे।

अन्य योजनाएं भी कतार में

अमरावती योजना की एक खास बात ये भी है कि कई साल बाद जीडीए की कोई योजना समय से पूरी हो रही है। जीडीए सचिव ने इस पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग की सर्तकता और लगन के चलते इस बार आवंटियों को परेशानी नहीं होगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि जीडीए ने पिछले साल कई अन्य योजनाएं भी लांच कीं। उन्हें भी इस साल पब्लिक के हवाले करने की तैयारी चल रही है। इस साल लगभग आधा दर्जन योजनाएं पब्लिक को मिलेंगी। इसमें अधिकांश योजनाएं आवास से संबंधित है।

वर्जन

पब्लिक सुविधा जीडीए की प्राथमिकता में है। जीडीए इसके लिए कार्य भी कर रहा है। 15 से 20 जुलाई के बीच अमरावती योजना के फ्लैट्स आवंटियों को दे दिए जाएंगे। जीडीए की कोशिश है कि कई अन्य योजनाएं भी जल्द से जल्द पूरी कर ली जाएं।

- डीएस उपाध्याय,

उपाध्यक्ष जीडीए