-लोकसभा चुनाव की आहट से पार्टियों के कार्यकर्ता अपना रहे चर्चा में बने रहने को नित नए हथकंडे

-कोई tea party आयोजित कर रहा तो कोई कर रहा है जनसभा

--SMS और facebook का भी लिया जा रहा है सहारा

ALLAHABAD: जमाना बदल गया है। चुनाव से पहले पब्लिक से जुड़ने के तरीके भी बदल चुके हैं। अब राजनीतिक पार्टियां अपनी उपलब्धियों को गिनाने के लिए नए-नए प्रचार के फंडे अपना रही हैं। लोकसभा चुनाव के पहले तो कुछ ऐसा ही समझ में आ रहा है। उनको भी मालूम है कि एक-एक वोट कीमती है और इसके लिए डेली नए आइडियाज तलाशे जा रहे हैं। हमारा शहर भी इसी चुनावी चकल्लस में लगभग घिर चुका है। हर चौराहे पर लोगों को एक नया चुनावी माहौल देखने को मिल रहा है।

चुनाव की बात, चाय की चुस्की के साथ

भाजपा की ओर से फिलहाल चाय पार्टी का आयोजन गली-मोहल्लों में किया जा रहा है। इनका नाम नमो टी स्टाल रखा गया है। यहां लोगों को फ्री चाय पिलाकर लोगों को जोड़ने का काम किया जा रहा है। कुछ दिन पहले पार्टी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी की स्पीच को भी इसी शॉप पर टेलीकास्ट किया गया था। ज्यादा से ज्यादा पब्लिक को अपने साथ जोड़ने के लिए शहर में जगह-जगह स्क्रीन लगाई गई थी। अब स्क्रीन तो नहीं है लेकिन उसी अंदाज में टी पार्टी जारी है। पार्टी की महिला कार्यकर्ता हाथों पर मेहंदी से कमल का फूल बनाकर महिलाओं को साथ जोड़ने के अभियान में लगी हैं।

लग रही झाडू, फ्री जुड़ने का ऑफर

आम आदमी पार्टी भी चुनावी माहौल गरमाने में बिल्कुल पीछे नहीं है। पार्टी के कार्यकर्ता कभी सड़कों पर झाड़ू लगाकर नगर निगम के ऑफिसर्स को नसीहत देते नजर आते हैं तो कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर होकर। कुछ दिन पहले पार्टी की ओर से दस रुपए लेकर सदस्य जोड़ने का अभियान चल रहा था, अब इसे फ्री ऑफ कास्ट कर दिया गया है। मोहल्ला और वार्ड लेवल पर अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। कार्यकर्ताओं को एसएमएस के जरिए सीधे पार्टी की सेंट्रल बॉडी से निर्देश मिल रहे हैं।

सोशल साइट्स पर चल रही है जंग

ऑफलाइन की तरह ऑनलाइन तरीके से भी चुनावी माहौल गरमाने लगा है। इसका माध्यम बनी हैं सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स। फेसबुक और व्हाट्सऐप पर तो इन पार्टियों के बीच छीटकशी आम बात हो चली है। जोक, चुटकुलों और कार्टून के माध्यम से एक-दूसरे को मजाक बनाया जा रहा है। खास बात यह है कि यह कंटेंट ज्यादातर यूथ जेनरेट कर रहा है। वैसे प्रोफेशनल्स भी इसे एंज्वॉय करने में पीछे नहीं हैं। पार्टियों की ओर से लोगों के मोबाइल पर एसएमएस भी आने शुरू हो गए हैं। इस अभियान में कांग्रेस और बसपा भी पीछे नहीं हैं।

दस लाख लोगों को जोड़ना लक्ष्य

समाजवार्दी पार्टी ने दो मार्च को परेड ग्राउंड पर बड़ी रैली करके अपने कार्यकर्ताओं को टास्क दे दिया है। मुलायम खुद इस रैली में मौजूद थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि वे जो भी कैंडीडेट घोषित किए जा चुके हैं, उन्हें विजयी बनाकर लोकसभा में भेजें। सीएम अखिलेश यादव ने भी कार्यकर्ताओं में जोश भरने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।

कांग्रेस में प्रत्याशी के लिए मारामारी

कांग्रेस के लोकल लीडर्स स्थानीय मुद्दों को पब्लिक के साथ उठाकर चर्चा में बने रहने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। पार्टी के नेता अभी असमंजस में हैं क्योंकि एक सीट से अभिनेत्री नगमा और दूसरी सीट से पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे को उतारने की चर्चा है। जिलाध्यक्ष खुद इस संबंध में पार्टी मुखिया को रिक्वेस्ट लेकर भेज चुके हैं कि कम से कम एक सीट पर तो लोकल प्रत्याशी दिया ही जाय।