मुश्किलों की 'परीक्षा'

संडे को एक तरफ जहां बसपा सुप्रीमो मायावती की रैली थी, वहीं दूसरी ओर एसएससी के सीजीएल एग्जाम में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में कैंडिडेट पहुंचे थे। नतीजा सिटी में हर तरफ जाम, भीड़, अफरातफरी व व्हीकल की प्राब्लम से आम शहरियों को दो-चार होना पड़ा। सिटी के कनेक्टिंग एरिया में तो स्थिति भयावह रही। कैंडिडेट्स इससे सबसे ज्यादा एफेक्टेड हुए। एग्जाम तक पहुंचने में उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी।

- बसपा की रैली और एसएससी एग्जाम की वजह से हर तरफ लगा जाम

सीएमपी, मेडिकल चौराहा कर दिया गया ब्लॉक

- सिटी से बाहर नैनी, फाफामऊ, झूंसी पुल रहा जाम

- सीजीएल एग्जाम में शामिल होने आए कैंडिडेट हुए परेशान

ALLAHABAD: संडे को छुट्टी का दिन था। इसलिए सड़कों पर ट्रैफिक का लोड नहीं होना चाहिए था। दस मिनट का रास्ता तय करने में दस मिनट ही लगना चाहिए था, लेकिन संडे को भी सिटी के लोगों खासकर सिटी के बाहर से सिटी में इंट्री करने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। दरअसल, संडे को बसपा सुप्रीमो मायावती की चुनावी रैली का दिन था। सुबह से ही रैली का रेला ऐसा उमड़ा कि पब्लिक को झेलना पड़ गया। संडे को एसएससी का एग्जाम भी था। करीब 43 हजार कैंडिडेट्स सिटी व आसपास के एरिया से एग्जाम में शामिल होने पहुंचे थे। रैली के कारण उन्हें काफी मुश्किलें उठानी पड़ीं। जगह-जगह जाम, व्हीकल प्रॉब्लम की वजह से एग्जाम सेंटर तक पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ गई। कई जहां सेंटर पर देर से पहुंचे वहीं सेंटर तक पहुंचने की अफरातफरी में कई एग्जाम में पूरी तरह कंसन्ट्रेट नहीं कर सके।

एक तरफ रैली, दूसरी तरफ SSC exam

संडे को जहां केपी इंटर कॉलेज के ग्राउंड में बसपा सुप्रीमो की जनसभा थी, वहीं डिस्ट्रिक्ट के ब्9 सेंटर्स पर एसएससी सीजेएल एग्जाम था, जिसमें शामिल होना था ब्फ् हजार कैंडिडेट्स को। सुबह दस बजे के बाद क्क् बजते-बजते सिटी में बसपा सुप्रीमो की रैली के लिए भीड़ पहुंचने लगी। फाफामऊ, नैनी पुल, नया पुल, झूंसी पुल से बस, ट्रैक्टर व छोटी गाडि़यों में हजारों लोग सिटी में पहुंचे। जैसे ही जनसभा की भीड़ ने सिटी में इंट्री किया, ट्रैफिक जाम होने लगा। सीएमपी चौराहे से मेडिकल चौराहे की तरफ आने वाले रास्ते को ब्लाक कर दिया गया। केवल पैदल ही लोगों को जाने दिया गया। वहीं मेडिकल चौराहे से सीएमपी की तरफ भी व्हीकल नहीं जाने दिए गए.इन एरियाज में एग्जाम सेंटर होने की वजह से कैडिडेट्स को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

सिटी से बाहर सबसे ज्यादा दिक्कत

मेडिकल चौराहा, सिविल लाइन पर ट्रैफिक का असर रहा। सड़क किनारे बस व छोटे व्हीकल खड़े रहे, जिससे जाम की स्थिति बनी रही। वहीं सबसे ज्यादा दिक्कत तो सिटी के आऊटर एरिया में रही। नैनी पुल, फाफामऊ पुल, झूंसी पुल तो पूरी तरह जाम हो गया। जाम के कारण बसपा सुप्रीमो की जनसभा में सैकड़ों वाहन नहीं पहुंच सके।

भटक-भटक कर पहुंचें सेंटर पर

एसएससी के सीजीएल एग्जाम के लिए सीएमपी कॉलेज, कुलभाष्कर आश्रम डिग्री कॉलेज व जीआईसी को एग्जाम सेंटर बनाया गया था। जहां सैकड़ों कैंडिडेट्स को एग्जाम देना था। सिटी से बाहर सिटी में इंट्री करने का रास्ता ब्लाक होने के कारण छात्रों को काफी दिक्कत हुई। कैंडिडेट भटक-भटक कर सेंटर पर पहुंचे।

जब अचानक से निकली भीड़

रैली में शामिल भीड़ सुबह दस बजे से दो बजे तक जहां कई टुकड़ों में पहुंची थी। वहीं जनसभा खत्म होते ही अचानक से पूरी भीड़ निकल पड़ी। जिससे सड़क पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मेडिकल चौराहा से लेकर सिविल लाइंस, सीएमपी चौराहा से बैरहना तक का इलाका ब्लाक हो गया। दौड़ते हुए नहीं, बल्कि रेंगते हुए वाहन निकले, इससे शाम तक लोगों को भी दिक्कत हुई।

मुझे नहीं पता था कि आज सिटी में एग्जाम के साथ रैली भी है। नहीं तो मैं कल रात में ही आ जाता। सेंटर तक पहुंचने में काफी दिक्कत हुई।

नीरज विश्वकर्मा

महोबा

मैं बस से आ रहा था। पहले बस ने रास्ते में देर किया। फिर सिटी में जैसे इंटर किया, पुल पर जाम लग गया बहुत मुश्किल से सेंटर पहुंचा हूं।

अमित कुशवाहा

छतरपुर

जाम के बारे में मैंने बनारस में सुना था। इलाहाबाद में भी इतना जाम लगता है, मुझे नहीं पता था। बहुत दिक्कत हुई सेंटर पर पहुंचने में।

शिव कुमार जायसवाल

रीवां

इलाहाबाद में पहुंचने से पहले मेरा दिमाग एग्जाम पर कंसंट्रेट था। लेकिन जाम में फंसने और गर्मी के कारण दिमाग बंट गया। परेशानी से पेपर थोड़ा गड़बड़ाया।

अभिषेक शर्मा

देवरिया

रैली में शामिल भीड़ और वाहनों की लाइन से जाम लग गया था। जिससे व्हीकल दौड़ने के बजाय रेंगते हुए निकले।

मुकेश कुमार

मुंबई

सीजीएल एग्जाम पहले से फिक्स था। तो पॉलिटिकल पार्टी को रैली की अनुमति ही नहीं देनी चाहिए थी। रैली और एग्जाम का डेट एक होने से दिक्कत तो होनी ही थी।

सत्य नारायण

सिंगरौली