aditya.jha@inext.co.in

PATNA: बिहार से चलने वाली ट्रेनों में दलाल सक्रिय हो गए हैं। यह खुलेआम ट्रेनों की सीटों का सौदा कर रहे हैं। सीटों को बेचने का यह खेल लगभग सभी ट्रेनों में चलता है। इस खेल का पर्दाफाश करने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्टर ने दरभंगा से खुलने वाली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में स्टिंग किया तो चौंकाने वाला खुलासा सामने आया। स्टिंग में दलालों का एक गिरोह यात्रियों से पैसे वसूलते हुए रंगे हाथों कैमरे में कैद हुआ। हर एक से 150 रुपए लिया जा रहा था। इस दौरान रिपोर्टर ने एक दलाल से पूछा कि किस बात के पैसे ले रहे हो तो उसने कहा-सीट बेच रहे है, खरीदना हो तो बताओ। अगर आपको सीट चाहिए तो 150 रु। निकालो वरना खड़े होकर सफर करो। पेश है आम आदमी केहक को छीनते दलालों का स्टिंग।

ऐसे चलता है खेल

दलालों का गिरोह पहले से ही यार्ड में खड़ी ट्रेन की जनरल बोगी में बैठ जाता है और सीटों पर क?जा जमा लेता है। जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंचती है तो यात्रियों से पैसा लेकर सीट दे दिया जाता है। प्लेटफॉर्म पर मौजूद आरपीएफ और जीआरपी इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं। अगर कोई यात्री विरोध करता है तो दलाल मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।

बिना पैसे दिए नहीं मिलती है सीट

आरपीएफ, जीआरपी और टीटीई सहित अन्य अफसरों की मिलीभगत से जनरल बोगी में सीटों को बेचने का खेल चल रहा है। बिहार सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस से जनरल कोच में दरभंगा से नई दिल्ली की यात्रा कर रहे यात्री विनय बिहारी ने बताया कि इन दलालों को मजबूरी में 150 रुपए देना पड़ता है क्योंकि ये लोग बिना पैसे के सीट पर बैठने नहीं देते हैं।

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्टर और सीट बेचने वाले दलाल के बीच बातचीत

दलाल- भाई साहब सीट चाहिए क्या?

रिपोर्टर - हां चाहिए।

दलाल- तो 150 रुपए दीजिए और यहां पर बैठ जाइए।

रिपोर्टर- किस बात के पैसे?

दलाल-सीट में बैठने के लिए पैसे देने पड़ते है।

रिपोर्टर- लेकिन ये तो गलत है।

दलाल- पैसा है तो बैठिए वरना खड़े होकर सफर कीजिए?

रिपोर्टर-आप लोग कोई कुछ कहता नहीं है क्या?

दलाल- हमारी तो अफसरों से सेटिंग है। सभी को पैसा देते हैं कोई कुछ नहीं कर सकता है हमारा।

अगर इस तरह का मामला बिहार सम्पर्क क्रांति ट्रेन में हो रहा है तो उसे मैं चेक करवाता हूं। अपराधी को पकड़ कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

आलोक राज, एडीजी, रेलवे