स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल एप से मिलेगी हेल्प
kanpur@inext.co.in
KANPUR : प्राइवेट कंपनियों की तर्ज पर अब स्वास्थ्य विभाग भी लोगों को घर बैठे सस्ती और कारगर दवाएं उपलब्ध कराएगा। इसके तहत पेशेंट को 'जनऔषधि' एप के माध्यम से पेशेंट घर बैठे सस्ती और कारगर दवाएं प्राप्त कर सकेगा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस सुविधा के बाद मरीजों को किसी भी तरह से ठगे जाने के चांस न के बराबर हो जाएंगे।

महंगी दवाओं का ऑप्शन
सीएमओ अशोक शुक्ला के अनुसार कई प्राइवेट कंपनियों ने इस तरह की एप की शुरुआत की है, जिसकी मदद से ऑनलाइन दवाएं मंगाई जा सकती हैं। इस सुविधा से पेशेंट्स को मिल रहे फायदों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी 'जनऔषधि' नामक एप लांच करने का प्लानिंग की है। इस एप की हेल्प से कोई भी पेशेंट डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन को अपलोड करने के बाद उसी फार्मूले की जेनरिक दवाएं प्राप्त कर सकेंगे।

 

इस तरह मिलेगा लाभ
उन्होंने बताया कि इस एप को यूज करने के लिए पेशेंट को अपना मोबाइल नंबर दर्ज करा कर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद दवा मंगाने के लिए किसी मान्य डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत होगी। इस प्रिस्क्रिप्शन को एप में अपलोड करने के बाद उन दवाओं के जेनरेक ऑप्शन दिखाएगा। इसे सिलेक्ट करने के बाद पेमेंट ऑप्शन शो करेगा। सुविधा अनुसार ऑनलाइन पेमेंट या सीओडी का ऑप्शन सिलेक्ट करने के बाद दवाएं अधिकतम 3 दिनों में पेशेंट तक पहुंचा दी जाएंगी।

वर्जन-

स्वास्थ्य विभाग हर वर्ग के मरीजों को लाभ देने के लिए इस एप की शुरुआत करने जा रहा है। इसकी मदद से उन लोगों को काफी लाभ मिलेगा, जो महंगी दवाएं नहीं खरीद सकते हैं।
- अशोक शुक्ला, सीएमओ
--------------------

पब्लिक वर्जन

- यह एप तो काफी कारगर साबित होगा। इसकी मदद से कम से कम लोगों को जेनरिक दवाएं मिल सकेंगी। जबकि, डॉक्टर्स कमीशन के चक्कर में मरीजों को महंगी दवाएं लिखते हैं।

- मैंने प्राइवेट कंपनियों के एप इस्तेमाल किए हैं, जिसमें ब्रांडेड दवाएं घर तक पहुंचते पहुंचते और महंगी हो जाती हैं। स्वास्थ्य विभाग को इसी तरह की शुरुआत की जरूरत थी। अच्छा प्रयास है।

- काफी सराहनीय कार्य है। कई लोग ऐसे होते हैं, जो महंगी दवाओं के चक्कर में दवा नहीं खरीद पाते। ऐसे लोगों को काफी लाभ मिल सकता है। इस तरह से डॉक्टर्स के कमीशन का खेल कहीं हद तक खत्म हो सकता है।