ऐसे बनाया सिक्योरिटी लॉक
सेंट जॉर्जेस में क्लास टेंथ में स्टडी करने वाले राहुल अग्रवाल को शुरू से ही कम्प्यूटर में इंटरेस्ट था। राहुल शुरू से ही सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर बनना चाहता था। खाली समय में वह ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में स्टडी करता था। उसकी यह विलपॉवर उसे आगे ले गई। वह इंटरनेशनल कम्पनी एप्पल का डेवलपर बन गया और कम्पनी के लिए प्रोग्राम्स बनाने लगा। ऑपरेटिंग सिस्टम स्टडी करने के दौरान उसे कुछ इस तरह के क्लू मिले कि उसने एक अनोखा अनब्रेकेबल सिक्योरिटी लॉक बना दिया। सितम्बर 2011 से काम शुरू करने के बाद 22 मार्च 2012 को यह सिक्योरिटी लॉक कम्पलीट हुआ.

अमेरिका में होगा सम्मान
उसने इस प्रोग्राम को कंपनी  में भेजा। एप्पल कम्पनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियरों ने इस लॉक को तोडऩे के लिए खूब माथापच्ची की लेकिन, राहुल की प्रतिभा के आगे उन्होंने हार मान ली। लाख कोशिशों के बावजूद वे लॉक को ओपन नहीं कर पाए। अब कंपनी ने खुद राहुल को एप्पल की एक आईडी और एक टेबलेट गिफ्ट किया है। यह टेबलेट अभी एप्पल द्वारा लांच नहीं किया गया है। इसके अलावा जून में होने वाली एप्पल की इंटरनेशनल कांफ्रेंस के लिए राहुल को सेंट फ्रांसिस्को, अमेरिका में इनवाइट किया गया है। इसमें राहुल के आने-जाने और रहने का खर्चा कम्पनी उठाएगी।

'प्राइड ऑफ आगरा'
मंडे को वाटर वक्र्स स्थित अतिथि वन में नन्हे जीनियस राहुल को अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन द्वारा 'प्राइड ऑफ आगराÓ से सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि रमेश चंद्र अग्रवाल, ब्रज प्रदेश अध्यक्ष विनोद कुमार अग्रवाल, महामंत्री मुरारी लाल गोयल और जिला ईकाई अध्यक्ष भगवान दास बंसल और कुमार ललित उपस्थित रहे.