नेक्स्ट इयर स्पीड नहीं बनेगी रोड़ा
नेक्स्ट जनरेशन राइड पर जाने के लिए मोबाइल यूजर्स को अभी कम से कम एक साल का इंतजार करना पड़ेगा। नेक्स्ट इयर से इंटरनेट स्पीड उनके किसी भी काम के लिए रोड़ा नहीं बनेगी। वह इसलिए कि अभी इसकी टेस्टिंग प्राइमरी लेवल पर है, इसके बाद इसकी फाइनल टेस्टिंग की जाएगी, जिसके बाद स्पेक्ट्रम की नीलामी और एलॉटमेंट होगा, इस दौरान कुल मिलाकर कम से कम 10 से 12 मंथ का वक्त लग जाएगा, इसके बाद ही यह सर्विस यूजर्स के बीच अवेलबल होगी।

रिलायंस को मिली है जिम्मेदारी
4जी को टेस्टिंग की जिम्मेदारी मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस को दी गई है। यह कंपनी प्राइमरी लेवल पर 4जी की स्पीड और उसके बाकी सभी टेस्ट को सक्सेसफुली कंडक्ट कराने के बाद उसकी रिपोर्ट टेलीकॉम मिनिस्ट्री को देगी, जिसके बाद इसके स्पेक्ट्रम की नीलामी की जाएगी और मोबाइल कंपनीज को उसके अकॉर्डिंग 4जी फैसिलिटी प्रोवाइड कराई जाएगी। सोर्सेज की माने तो इसकी टेस्टिंग का काम भी स्टार्ट हो चुका है। स्पेक्ट्रम की नीलामी के बाद बीएसएनएल भी इस सर्विस को प्रोवाइड कराएगा।

'तूफानी' होगी 4जी की स्पीड
इसकी स्पीड की बात करें तो यह टूजी और थ्री के मुकाबले काफी ज्यादा बेटर होगी, या यूं कहें कि हवा के मुकबाले तूफानी होगी तो गलत न होगा। बीएसएनएल के जीएम टीएन शुक्ला की माने तो 4जी सिम में बैंडविथ बढ़ाई जाएगी, जिससे इसकी स्पीड कई गुना बेहतर हो जाएगी। टूजी की स्पीड से तो सभी पूरी तरह से वाकिफ हैं। यूजर्स को अपना एक पेज ओपन करने के लिए काफी इंतजार करना पड़ता था। इसके बाद थ्रीजी ने उन्हें थोड़ा राहत दी और उसकी स्पीड कुछ बेहतर हुई, इस दौरान मिनटों में खुलने वाला पेज सेकेंड्स में ओपन होने लगा, लेकिन 4जी आने के बाद सेकेंड्स में ओपन होने वाला पेज भी माइक्रो सेकेंड में ओपन होगा।

घटेगी वाइस क्वालिटी
4जी आने से एक तरफ जहां स्पीड की कोई टेंशन नहीं होगी और इंटरनेट आसानी से एक्सेस किया जा सकेगा वहीं दूसरी ओर इसकी वॉइस क्वालिटी थोड़ा वीक हो जाएगी। एक्सपर्ट्स की माने तो फर्स्ट जनरेशन सिम में जहां वॉइस क्वालिटी काफी बेहतर थी, वहीं इसमें इसके अलावा कोई अदर फैसिलिटी नहीं थी। जैसे जेनरेशन चेंज होती गई और इसमें अपडेशन होता गया तो इसमें फैसिलिटी बढ़ गई, लेकिन इससे वॉइस क्वालिटी को थोड़ा इफेक्ट जरूर पड़ा।

Comparison

1G SIM
फर्स्ट जनरेशन सिम में वॉइस क्वालिटी काफी बेटर थी लेकिन इसमें सिर्फ वाइस कॉल की फैसिलिटी थी।

1.5G SIM
फर्स्ट जनरेशन सिम को थोड़ा मोडिफाई करते हुए उसकी नेक्स्ट जनरेशन 1.5जी लांच किया गया। वॉइस क्वालिटी तो सेम थी लेकिन यूजर्स को एसएमएस की फैसिलिटी दी गई।

2G SIM
2जी सिम में दोनों ही जनरेशन की खूबियां तो मौजूद थीं साथ ही में जीपीआरएस फैसिलिटी को एड कर दिया गया। इससे मोबाइल पर ही इंटरनेट एक्सेस की फैसिलिटी प्रोवाइड की गई।

3G SIM
बढ़ती यूजर्स की संख्या और इंटरनेट के प्रति लोगों की दीवानगी देखते हुए सिम में और मॉडिफिकेशन किया गया। 3जी सिम में इंटरनेट की फैसिलिटी को और बेटर कर दिया गया वहीं इसके साथ ही वीडियो कॉलिंग की फैसिलिटी भी प्रोवाइड करा दी गई।

4G SIM
स्मार्टफोन, वायरलेस डांगल और अदर मोबाइल डिवाइस पर लगातार बढ़ रहे इंटरनेट यूसेज को देखते हुए इसकी नेक्स्ट जनरेशन लांच करने की प्लानिंग भी हो गई है। इसमें बाकी सबकुछ तो सेम ही होगा लेकिन इंटरनेट एक्सेस के लिए बैंडविथ बढ़ जाएगी, जिससे कि इंटरनेट की स्पीड में कई गुना तेजी आएगी और घंटों में डाउनलोड होने वाले कंटेंट मिनटों में डाउनलोड होगा। वहीं वीडियो कांन्फ्रेंसिंग, मोबाइल टीवी, थ्रीडी टीवी और क्लाउड कंप्यूटिंग भी शामिल हैं।

अभी 4जी लांच होने में एक इयर का टाइम लगेगा। इसकी टेस्टिंग रिलायंस के जिम्मे है। स्पेक्ट्रम की नीलामी के बाद बीएसएनएल भी इसे लांच करेगी।
टीएन शुक्ला, जीएम, बीएसएनएल


report by : syedsaim.rauf@inext.co.in