- बीपीसी में सिर्फ 40 फीसदी ही हो रही है पेट्रोल और डीजल की सप्लाई

- एचपीसी और आईओसी में 75 से 80 फीसदी तक हो रही है सप्लाई

- तीनों ही कंपनियों का है मेरठ में एक-एक डिपो

- मेरठ में है 115 पेट्रोल-डीजल के पेट्रोल पंप

- रोजाना करीब 4.5 लाख डीजल की होती है खपत

- 3.5 लाख पेट्रोल की डेली होती है खपत

Meerut : ऑयल रिफाइनरीज के बंद होने और कुछ बड़ी रिफाइनरीज में प्रोडक्शन कम होने के कारण मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर समेत यूपी के कई हिस्सों में एक हफ्ते से पेट्रोल-डीजल की किल्लत बनी हुई है। पेट्रोलियम कंपनियों से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अगले क्0-क्भ् दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में पेट्रोल-डीजल की किल्लत बनी रहेगी, जिसकी वजह से कई सेक्टर पर इसका असर पड़ना तय माना जा रहा है। खासकर भारत पेट्रोलियम की स्थिति सबसे ज्यादा बुरी है।

आखिर क्या है कारण

यूपी के ज्यादातर पेट्रोल पंपों को पेट्रोल-डीजल मुहैया कराने वाली इंडियन ऑयल की मथुरा की रिफाइनरी का प्रोडक्शन कम है। गुजरात में कोइली रिफाइनरी में मेंटीनेंस के बाद कुछ दिनों पहले ही उत्पादन शुरू हुआ है। वहां अभी पूरी क्षमता के अनुसार प्रोडक्शन नहीं हो पा रहा है। बिहार स्थित बरौनी की रिफाइनरी में भी प्रोडक्शन कुछ दिनों से कम हो गया है। वहीं औरैया में गेल की रिफाइनरी मेंटीनेंस के चलते बंद चल रही है। इसमें प्रोडक्शन क्भ् मई के बाद शुरू होने की उम्मीद है। इसके अलावा बीपीसीएल की बीना रिफाइनरी में भी उत्पादन कम हो गया है। इसका असर बीपीसीएल के पेट्रोल पंपों पर पड़ रहा है।

सिर्फ ब्0 फीसदी की सप्लाई

पंप मालिकों और डीलर्स एसोसिएशन की मानें तो प्रोडक्शन कम होने की वजह से कुल मांग का 7भ् फीसदी तक मुहैया हो पा रहा है। मेरठ के मकबरा डिग्गी डिपो में पेट्रोल-डीजल नहीं है। वो मथुरा से डायरेक्ट पेट्रोल डीजल रोजाना मंगा रहे हैं, जो उन्हें काफी महंगा पड़ रहा है। ये डिपो बीपीसीएल का है। जिसका असर बीपीसीएल के बाकी पंपों पर देखने को मिल रहा है। वहीं एचपीसीएल और आईओसी में इतनी दिक्कत देखने को नहीं मिल रही है। दोनों में 7भ् से 80 फीसदी तक सप्लाई देखने को मिल रही है। दोनों के डिपो परतापुर में हैं। इस दिक्कत को देखते हुए दो दिन पहले आने वाले दिनों का स्टॉक खरीदकर रख रहे हैं।

किल्लत की बड़ी वजह रिफाइनरी से उत्पादन कम होने के साथ-साथ लॉजिस्टिक्स की दिक्कत होना भी है। दूर से सप्लाई आने के कारण कई जगहों पर पहुंचने में समय लग रहा है। उम्मीद है कि कुछ दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे। वहीं सबसे ज्यादा दिक्कत बीपीसीएल के पेट्रोल पंपों में हो रही है। एचपीसीएल और आईओसी बेहतर स्थिति में हैं।

- राकेश जैन, अध्यक्ष, डिस्ट्रिक्ट पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन

दिक्कत तो महसूस हो रही है। डेली मथुरा से डीजल और पेट्रोल ट्रक से मंगाना पड़ रहा है। बाकी बातें तो डीलर वाले ही बता पाएंगे।

- सलेख चंद, मैनेजर, रमन एंड कॉर्पोरेशन

हमरा पेट्रोल पंप आईओसी का है। आईओसी की अपनी पाइप लाइन है। ऐसे में अभी कोई दिक्कत नहीं हो रही है।

- एके तिवारी, मैनेजर, रतिराम खूबचंद स्टेशन

वैसे तो सभी जगह थोड़ी बहुत तो दिक्कत हो रही है। लेकिन एचपी की सप्लाई बाकी लोगों से ठीक है।

- सुरेश चंद, मैनेजर, शक्ति सर्विस स्टेशन

एचपीसी और पीबीसीएल में दिक्कतें हो रही हैं। आईओसी में इतनी नहीं है। क्योंकि उनकी यहां पर खुद की पाइप लाइन है। वैसे भी हम दो दिन का एडवांस पेट्रोल डीजल खरीद रहे हैं।

- रुपेंद्र सिंह, ऑनर, पंजाब ऑयल कंपनी

बॉक्स : क्

क्भ् फीसदी पर मार

मौजूदा समय में अगर डिस्ट्रिक्ट की बात करें को क्क्भ् पेट्रोल पंप हैं। जिसमें से क्भ् फीसदी पेट्रोल पंपों में डीजल-पेट्रोल का स्टॉक काफी कम है। इनमें से ज्यादातर पेट्रोल पंप के आस-पास के डिपो पर ईधन नहीं है। कई पंप ऐसे इलाकों में हैं जहां पर डिपो से ट्रक पहुंचने में ज्यादा समय और रुपया दोनों लग रहा है। आपको बता दें कि पूरे यूपी में ब्भ्00 पेट्रोल पंप हैं।

बॉक्स : ख्

इंडस्ट्री पर किल्लत के साइड इफेक्ट

गर्मी में बिजली की खपत यूं भी बढ़ जाती है और ऐसे में इंडस्ट्री को वैकल्पिक ईधन के रूप में डीजल का ही सहारा रहता है। सिटी में कई ऐसी बड़ी इंडस्ट्रीज हैं जहां डीजल की खपत ज्यादा है। किल्लत के चलते इंडस्ट्रीज के उत्पादन पर असर पड़ रहा है। छोटे उद्योगों को भी नुकसान हो रहा है।

बॉक्स : फ्

खेती पर भी साइड इफेक्ट

इन दिनों जहां किसान खरीफ की फसल से पहले एक फसल लेते हैं, वहां और बाकी जगहों पर खेतों की जुताई का काम चल रहा है। डीजल न मिलने से काफी काम प्रभावित हो रहा है।

बॉक्स : ब्

किचन पर भी असर

कई रिफाइनरी में उत्पादन घटने के कारण मेरठ में घरेलू गैस सिलिंडरों के लिए क्0 से क्भ् दिनों की वेटिंग चल रही है। इंडियन ऑयल के अधिकारियों का कहना है कि ख्0 मई तक एलपीजी किल्लत दूर हो जाएगी।

बॉक्स : भ्

फैक्ट एंड फिगर

- क्भ् फीसदी से ज्यादा पेट्रोल पंपों में स्टॉक कम।

- 7भ् फीसदी तक एचपीसी और आईओसी में आ रही सप्लाई।

- ब्0 फीसदी बीपीसीएल में आ रही है सप्लाई।

- मेरठ में है क्क्भ् पेट्रोल-डीजल के पेट्रोल पंप।

- रोजाना करीब ब्.भ् लाख डीजल की होती है खपत।

- फ्.भ् लाख पेट्रोल की डेली होती है खपत।