-पुराने नोट बदलने पर रोक के बाद अब एकाउंटधारक ही जमा कर रहे नोट

-शहर के गिनती के एटीएम पर मिला कैश, लगी लंबी लाइन

Meerut । मोदी सरकार के फैसले के बाद शुक्रवार को बैंकों में लाइन छंटी है तो वहीं कुछ एटीएम पर कैश उपलब्ध होने से लोगों को राहत मिली है। दोपहर बाद आई राहत ने लोगों को खुश होने का मौका दिया है। हालांकि कैश न होने से कई बैंकों में लोगों में नाराजगी भी दिखी।

छंटी भीड़, मिली राहत

सिर्फ खाताधारकों के पुराने नोट बदले जाने के रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के फैसले के बाद शुक्रवार को बैंकों को राहत मिली है। नोटबंदी के फैसले के बाद से बैंकों के बाहर लगने वाली लंबी कतारें शुक्रवार को कुछ छोटी हुई तो कुछ बैंकों में कतार लगी ही नहीं। बैंकों में भी सामान्य प्रक्रिया के तहत कामकाज हुआ। हालांकि कैश क्रंच पर अफरा-तफरी मची रही। दिल्ली रोड, केसरगंज स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी, आईडीबीआई आदि बैंकों के बाहर भीड़ नहीं थी तो वहीं यूनियन बैंक, केनरा बैंक के बाहर भीड़ थी।

करंसी क्रंच पर चिकचिक

शुक्रवार को कैश क्रंच पर कई बैंकों में छिटपुट तड़का-भड़की की सूचना मिली तो ज्यादातर जगह स्थिति संतोषजनक रही। ज्यादातर बैंकों में दोपहर आते-आते कैश खत्म हो गया तो वहीं लोग कैश को लेकर बैंक स्टॉफ से उलझ रहे थे। बैंकों में आम जनता के अलावा कारोबारियों की भीड़ दिखाई दे रही थी। स्टेट बैंक की केसरगंज शाखा में कारोबारी भुगतान को लेकर दबाव बना रहे थे। कारोबारियों का कहना था कि पैसा नहीं है वे कैसे कारोबार करेंगे? कई कारोबारियों ने दबाव बनाकर बैंक से कैश लिया तो वहीं बैंक का कहना था कि उनके पास सीमित कैश है, जिसे शाम तक चलाना है। किसी एक को ज्यादा देने की स्थिति में वे नहीं हैं।

एटीएम से मिला कैश

8 नवंबर से नोटबंदी के फैसले के बाद से कैश क्रंच से जूझ रही आम जनता को फौरी राहत मिलती नजर आ रही है। शुक्रवार को शहर के कई एटीएम में कैश था। लोगों की लंबी भीड़ एटीएम के बाहर लगी रही। जिला अग्रणी बैंक (सिंडीकेट बैंक) का दावा है कि मेरठ की सभी 450 बैंक शाखाओं में कैश उपलब्ध कराने का प्रयास किए जा रहे हैं। देर रात्रि तक एटीएम के बाहर कतार लगी रही तो वहीं बंद एटीएम के बाहर कैश में इंतजार में लोग जमे रहे।

जिला प्रशासन सजग

कैश क्रंच पर लॉ एंड आर्डर इफेक्ट न हो, इसको लेकर जिला प्रशासन सक्रिय है। डीएम बी। चंद्रकला रोजाना फाइनेंस मिनिस्ट्री से कैश की सिचुएशन पर बात कर रही हैं तो वहीं एडीएम फाइनेंस गौरव वर्मा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के संपर्क में हैं। दोनों ही वरिष्ठ अधिकारी तालमेल स्थापित कर स्थितियों को नियंत्रित कर रहे हैं।

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ज्यादातर बैंकों में कैश बंटा है, कई एटीएम पर भी कैश मिला है। आम दिनों की अपेक्षा नोट की अदला-बदली बंद होने से बैकों पर भीड़ छंटी है।

अविनाश तांती, प्रबंधक, जिला अग्रणी बैंक

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इनसेट

समझाबुझा कर चला रहे काम

मेरठ: कैश क्रंच से जूझ रहे बैंक, लोगों को समझाबुझाकर काम चला रहे हैं। कैश को लेकर अब तक शांत बैठा कारोबारियों में नाराजगी दिख रही है। शुक्रवार को कमोवेश सभी बैंक की शाखाओं में बड़े खाताधारकों का हुजूम उमड़ा रहा। चालू खाताधारकों का कहना था कि वे अब तक बैंक में नहीं आए, आखिर कैश के बिना कब तक काम चलाएं। ऐसे तो कारोबार ठप हो जाएगा। शाखा प्रबंधक समझाबुझाकर काम चला रहे हैं। कुछ कारोबारी नेतागीरी भी कर रहे थे तो कुछ कारोबारी संगठनों का नाम ले रहे थे। ऐसे में उन्हें थोड़ा बहुत कैश भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

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बैंकिंग के काम पर लौट रहे बैंक

मेरठ: शुक्रवार को नोटों की अदला-बदली पर रोक के बाद बैंक के कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है। भीड़ छंटी तो बैंक अब पेंडिंग चल रहे बैंकिंग के काम पर लौटे हैं। गौरतलब है कि नोटबंदी के फैसले के बाद से बैंकों में मनी एक्सचेंज का लेकर लंबी लाइन लग रही थी। अब सिर्फ खाताधारकों का पैसा ही बदला जाएगा। इस फैसले से बैंकों ने राहत की सांस ली है।