Meerut। गत 6 मई को मसाला कारोबारी ने बदमाशों से काफी देर तक लूटपाट का विरोध किया था। इसी बीच एक बदमाश का मुंह पर बंधा हुआ रूमाल नीचे गिर गया। चेहरा सामने आने पर मसाला कारोबारी ने बदमाश जीशान को पहचान लिया। पहचान होते ही जिशान ने उसे दो गोली मारी। जिसके चलते हनी की मौत हो गई। यह खुलासा प्रेसवार्ता में पुलिस द्वारा गिरफ्तार हुए जीशान ने मीडिया के सामने किया।

 

पुलिसलाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी राजेश पांडे ने बताया कि हनी सपरा हत्याकांड में तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि जीशान पिछले कई सालों से कोटला स्थित सोनू किराना दुकान पर काम करता था। वहीं कोटला बाजार में मसाला व्यापारी हनी सपरा हर रविवार लाखों रूपये की पेमेंट लेने आता था। हनी सपरा की भी जीशान से जान-पहचान हो गई थी। इसी के बाद जीशान ने अपने साथियों के साथ मिलकर हनी को लूटने की योजना बनाई।


छोड़ दी नौकरी

लूट के बाद किसी को जीशान पर शक न हो इसलिए उसने एक माह पहले ही नौकरी छोड़ दी थी। तब से लेकर लूट के दिन वह हर रविवार हनी सपरा की रेकी करने लगा।


घंटाघर पर घेरा

जीशान ने बताया कि उसने अपने तीनों साथियों के साथ हनी को उससे पहले घंटाघर पर घेर लिया था लेकिन भीड़ होने पर वह लूटपाट नहीं कर सके। इसके बाद उन्होंने उसे टीपी नगर में लूट की कोशिश में हनी को गोली मार दी।

 

कुतुबुद्दीन को लगी गोली

जीशान ने बताया कि जब उन्होंने टीपी नगर में जीशान को रोक कर लूटपाट करने का प्रयास किया तो हनी सपरा उनसे भिड़ गया। इस दौरान छीना-झपटी में धोखे से एक गोली उनके साथी कुतुबुद्दीन उर्फ पंडित के सिर में जाकर धंस गई। साथ ही जीशान के मुंह पर बंधा रूमाल भी नीचे गिर गया। रूमाल खुलते ही हनी सपरा ने उसे पहचानते हुए कहा कि यार तू ऐसी घटना कर रहा है। पकड़े जाने के डर से जीशान ने पहले एक गोली उसके हाथ में मारी और दूसरी उसके सीने में मार दी। जिसके चलते हनी की मौत हो गई। इसके बाद तीनों बदमाश कुतुबुद्दीन को बाइक पर लेकर भोपाल नर्सिग होम पहुंच गए। वहां पर उसे एडमिट कराकर तीनों मौके से फरार हो गए।


यह हुए गिरफ्तार

1.जीशान पुत्र भैय्या पंडित निवासी करम अली थाना कोतवाली

2.शादान पुत्र सुल्तान निवासी मोहल्ला अंतराम थाना कोतवाली

3.अजहर पुत्र इमरान छत्ता अंतराम निवासी थाना कोतवाली