Allahabad: मां के इलाज के लिए वह परेशान थी। डॉक्टर उसका ट्रीटमेंट भी कर रहे थे लेकिन फिर भी उसे बचा नहीं सके। थर्सडे को सीए की छात्रा मां के अचानक साथ छोड़ जाने का सदमा झेल न पाई। उसने नैनी पुल से छलांग लगा कर जान देने की कोशिश की। लेकिन जल पुलिस के जवानों की नजर उसपर पड़ गई। वो जान की बाजी लगाकर तेज बहाव के बीच से छात्रा को बचा ले आए। फिर उसे कीडगंज पुलिस के हवाले कर दिया. 

सीए की छात्रा 
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक चंदन कटरा के रहने वाले हैं। उनकी बीमार वाइफ का स्वरूपरानी हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट चल रहा था। थर्सडे को उनकी मौत के बाद सीए की पढ़ाई कर रही बिटिया ने शाम को साढ़े पांच बजे नए यमुना पुल से छलांग लगा दी। सरस्वती घाट के पास जल पुलिस के जवानों ने उसे देखा तो उसे बचाने निकल पड़े। रज्जन यादव ने बताया कि उनकी टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसमें जल पुलिस के सूर्य प्रवीण सिंह, दीपक सिंह, विकास, सुरेन्द्र सिंह और जीतेन्द्र सिंह राणा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. 
सीए की छात्रा 

पुलिस रिकार्ड के मुताबिक चंदन कटरा के रहने वाले हैं। उनकी बीमार वाइफ का स्वरूपरानी हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट चल रहा था। थर्सडे को उनकी मौत के बाद सीए की पढ़ाई कर रही बिटिया ने शाम को साढ़े पांच बजे नए यमुना पुल से छलांग लगा दी। सरस्वती घाट के पास जल पुलिस के जवानों ने उसे देखा तो उसे बचाने निकल पड़े। रज्जन यादव ने बताया कि उनकी टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसमें जल पुलिस के सूर्य प्रवीण सिंह, दीपक सिंह, विकास, सुरेन्द्र सिंह और जीतेन्द्र सिंह राणा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.