- घर में अवैध रूप से बनाए जा रहे थे पटाखे, पुलिस को नहीं थी भनक

फीरोजाबाद। कसबा पाढ़म में गुरुवार सुबह आतिशबाजी बनाते समय हुए विस्फोट से सनसनी फैल गई। विस्फोट में गंभीर रूप से घायल किशोरी की मौत हो गई, लेकिन परिजन कार्रवाई से बचने को शव लेकर इधर-उधर घूमते रहे। वहीं हादसा स्थल से साक्ष्य ही मिटा दिए। पुलिस दबाव पर भाई शव लेकर घर आया और फिर पुलिस कार्रवाई में जुटी। पटाखे घर में ही बगैर लाइसेंस बनाए जा रहे थे।

जसराना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत कसबा पाढ़म में बाबू खां के बेटे कोतवाल, शानू और रिजवान घर में ही बगैर लाइसेंस आतिशबाजी बनाने का काम करते हैं। दशहरा और दीपावली के त्योहार के चलते पूरा परिवार इन दिनों आतिशबाजी निर्माण में जुटा हुआ था। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे पटाखे बनाते समय विस्फोट हो गया। विस्फोट में 15 वर्षीय बेटी सोनम उर्फ सुखिया पुत्री स्व। बाबू खां गंभीर रूप से झुलस गई। विस्फोट की आवाज से आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। हादसा होते ही परिजनों के होश उड़ गए। आनन-फानन परिजन घायल किशोरी को परिजन एका होते हुए फीरोजाबाद प्राइवेट नर्सिंग होम लाए, जहां मौत हो गई। पुलिस को पूरी तरह जानकारी से अनभिज्ञ रखा गया। हादसे की सूचना पर कुछेक मीडियाकर्मी मौके पर गए तो परिजनों ने अंदर नहीं जाने दिया। सूचना पर थाना पुलिस पहुंची, तब परिजनों ने अंदर जाने दिया। देखा तो हादसा स्थल से साक्ष्य ही मिटा दिए गए। जिस जगह विस्फोट हुआ था वहां सब कुछ नहीं मिला। ऐसा लग रहा था मानो हादसे के बाद पूरी तरह सफाई कर दी गई हो। पुलिस घर में मौजूद परिवार की महिलाओं से जानकारी कर लौट आई। इंस्पेक्टर ध्यान सिंह का कहना है हादसा की परिजनों ने कोई सूचना नहीं दी। अन्य लोगों की खबर पर मौके पर गए थे तो वहां विस्फोट जैसा कुछ मौके पर नहीं मिला। परिजन भी जानकारी देने से कतराते रहे। कोई बता रहा था कि झुलसी किशोरी को एका ले गए हैं, लेकिन किस चिकित्सक के यहां ले गए, यह नहीं बताया। शाम को शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा है। बताया यह भी गया है कि बाबू खां के बेटे की शादी है, ऐसे में पटाखे लाकर घर में रख लिए थे। काम करते समय पटाखे गिर गए और विस्फोट होने से किशोरी झुलस गई।

शव लेकर घूमता रहा भाई

पटाखे बनाते समय विस्फोट में घायल किशोरी सोनम उर्फ सुखिया की मौत तो कुछ समय बाद ही हो गई थी। भाई कोतवाल पुलिस कार्रवाई के डर की वजह से शव लेकर इधर-उधर घूमता रहा। न तो परिजनों को कोई जानकारी दी और न ही पुलिस को। पुलिस ने दबाव बनाया तो कोतवाल शाम करीब छह बजे शव लेकर घर पहुंचा। किशोरी का एक पैर काफी क्षत-विक्षत था, जबकि अन्य हिस्सों पर भी जले के निशान थे। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेजा है।