- 10 फरवरी को जानकीपुरम स्थित घर से स्कूल के लिये निकली थी

- सीएम आवास से कुछ दूरी पर नाले में मिला शव

- सिर व पैर में चोट के निशान, कपड़े थे फटे

- सर्विलांस की मदद से दो संदिग्ध कस्टडी में

LUCKNOW: बेखौफ बदमाशों ने एकबार फिर राजधानी पुलिस की चौकसी को खुला चैलेंज किया है। अपराधियों के दुस्साहस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कॉलेज जाने के लिये घर से निकली 12वीं की छात्रा का अपहरण, फिर रेप और उसके बाद हत्या करने के बाद डेडबॉडी को राजधानी के सबसे हाई सिक्योरिटी जोन माने जाने वाले सीएम आवास व डीजीपी मुख्यालय से कुछ दूरी पर स्थित नाले में फेंककर फरार हो गए। छात्रा के लापता होने वाले दिन ही देरशाम गुमशुदगी दर्ज कराने के बावजूद पुलिस और क्राइम ब्रांच की सर्विलांस सेल हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। आखिरकार मृतका के मामा के काफी प्रयासों के बाद एसटीएफ ने छात्रा की लोकेशन खंगाली। एसटीएफ से मिली जानकारी को परिजनों ने खुद पुलिस को दिया। जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने छात्रा के लापता होने के चार दिन बाद दो रिक्शा चालकों को कस्टडी में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

स्कूल जाने के लिये निकली थी

जानकीपुरम एरिया निवासी सुरेश (बदला नाम) प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी में सिविल इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। सुरेश के परिवार में पत्‍‌नी, ग्रेजुएशन कर रहा एक बेटा, और विकासनगर स्थित एक कॉलेज में कक्षा 12 की छात्रा बेटी स्वाति (बदला नाम) थे। स्वाति के मामा राजीव (बदला नाम) बीएसपी शासन में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रह चुके हैं। राजीव के मुताबिक, स्वाति बीती 10 फरवरी को सुबह 8 बजे अपनी साइकिल से कॉलेज जाने के लिये घर से निकली। पर, वह रास्ते में ही लापता हो गई।

स्कूल से फोन आने पर पता चला

राजीव ने बताया कि स्वाति के स्कूल जाने के करीब डेढ़ घंटे बाद सुबह करीब 9.30 बजे उसकी मां के फोन पर कॉलेज से कॉल आई। इस फोन कॉल में स्कूल की टीचर ने उन्हें बताया कि स्वाति स्कूल नहीं पहुंची है। यह सुनते ही मां के होश उड़ गए। उन्होंने फौरन बेटी स्वाति के मोबाइल नंबर पर कॉल किया। लेकिन, फोन स्विचऑफ था। बदहवास मां ने पति सुरेश और बेटे को इसकी जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने स्वाति की तलाश शुरू की। पर, उसकी सहेलियों व रिश्तेदारों के घर पड़ताल करने के बावजूद स्वाति का कोई सुराग न लग सका। जिसके बाद उसी रात सुरेश ने थाना जानकीपुरम में स्वाति की गुमशुदगी दर्ज करा दी।

पार्क रोड पर मिली थी लोकेशन

पुलिस ने देररात स्वाति के मोबाइल की लोकेशन खंगाली तो पता चला कि रात नौ बजे उसकी लोकेशन हजरतगंज में पार्क रोड के आसपास थी, उसके बाद स्वाति का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। अगले ही दिन 11 फरवरी को फिर से स्वाति का मोबाइल फोन ऑन हुआ, लेकिन कुछ देर बाद ही फिर से स्विचऑफ हो गया। आखिरकार 13 फरवरी को स्वाति का मोबाइल फोन फिर से ऑन हुआ लेकिन, इस बार उसमें दूसरा सिम लगा हुआ था। लोकेशन खंगालने पर पता चला वह मोबाइल फोन हैदरगढ़ के भिठुआ खेड़ा में एक्टिव है। जिसके बाद पुलिस हैदरगढ़ पहुंची और एक महिला के पास से स्वाति का मोबाइल फोन बरामद किया। पूछताछ में महिला ने बताया यह मोबाइल फोन लखनऊ में रिक्शा चलाने वाले उसके पति सद्गुरु ने भेजा है। जानकारी मिलने पर वापस लौटी पुलिस ने रविवार शाम सद्गुरु को कस्टडी में ले लिया और पूछताछ शुरू की।

गोलमोल बयान से शक गहराया

पूछताछ के दौरान सद्गुरु ने बताया कि वह बीती 11 फरवरी की सुबह शौच के लिये पार्क रोड स्थित नाले के किनारे गया था। जहां उसने स्वाति की लाश पेड़ में फंदे से लटकती देखी। उसके साथ उसका एक दोस्त उसी के गांव में रहने वाला दीपक उर्फ दीपू भी था। सद्गुरु ने बताया कि उसने दीपक के साथ मिलकर युवती को नीचे उतारा और उसका ब्लेजर व उसमें रखा मोबाइल फोन लेकर वे लोग वापस लौट आए थे। सद्गुरु ने बताया कि उसने यह मोबाइल फोन गांव में उसके घर के सामने रहने वाले एक शख्स के जरिए पत्‍‌नी के पास भेज दिया। सद्गुरु के बयान के बाद रविवार देररात जानकीपुरम पुलिस मौके पर पहुंची। पर, अंधेरा होने के कारण पुलिस शव बरामद नहीं कर सकी। हालांकि, जहां पर सद्गुरु ने शव लटके होने की बात बताई, वहां फांसी के लिये फंदा लगाने की कोई जुगाड़ ही नहीं थी। उसके बयान के विरोधाभास के चलते पुलिस को उन पर शक गहरा गया।

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सुबह बरामद हुआ शव

रविवार रात खाली हाथ लौटी पुलिस सोमवार सुबह एक बार फिर सद्गुरू को लेकर पार्क रोड स्थित नाले पहुंची। जहां कुछ देर की तलाश के बाद ही नाले किनारे झाडि़यों में स्वाति का शव बरामद हो गया। स्वाति का कुर्ता और शलवार फटी हुई थी। उसके सिर व पैर से खून रिस रहा था। शव के करीब ही स्वाति का काले रंग का दस्ताना और लाल रंग की हैंड टॉवेल भी पड़ी हुई थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शव देखकर साफ मालूम पड़ रहा था कि स्वाति की रेप के बाद हत्या की गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।

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एडीजी, आईजी और एसएसपी पहुंचे थाने

छात्रा की हत्या कर शव फेंके जाने की सूचना मिलने पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी, आईजी ए। सतीश गणेश और एसएसपी राजेश कुमार पांडेय सोमवार दोपहर जानकीपुरम थाने पहुंचे और कस्टडी में लिये गए दोनों रिक्शा चालकों से पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक, उनसे पूछताछ में कोई खास जानकारी हाथ नहीं लग सकी।

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सिर पर चोट से हुई मौत

सोमवार को डॉक्टर्स के पैनल ने स्वाति को पोस्टमार्टम किया। देररात आई स्वाति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर चोट लगने से उसकी मौत होने की पुष्टि हुई। इसके अलावा पोस्टमार्टम में स्वाति के संग हत्या से पहले रेप की भी पुष्टि हुई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।