पूर्णिया के लक्ष्मीपुर भित्ता गांव, थाना बी कोठी जगदीश मंडल की सीधी-सादी बेटी माया खुशहाल जिंदगी जी रही थी। 8 मई को वह पढाई कर लौटी थी। अपने खेत गई, पर लौटकर नहीं आ सकी। वहां उसका रेप किया गया, फिर बेरहमी से तड़पा-तड़पा कर मार डाला।

सच्चाई बताई, तो रेप हो गया
माया का कसूर बस इतना था कि उसकी सहेली जो कर रही थी, वह उसे पसंद नहीं था। वह अपने सहेली की जिंदगी तबाह होने से बचाना चाहती थी। उसकी सहेली एक टीचर के प्रेम के चक्कर में पड़ी थी। उसने सहेली के घरवालों से सारी सच्चाई बता दी और कहा कि जल्द ही वह उसके साथ भाग जाएगी। फिर क्या था, इसकी खबर उस टीचर को लग गई और माया मौत की नींद सुला दी गई। इस कांड में अपराधियों ने उसके छोटे फुफेरे भाई का भी सहारा लिया, जिसने बाद में पुलिस के सामने पूरी कहानी बताई थी। उसे पता भी नहीं था कि जिस लड़की के साथ अत्याचार हो रहा है, वह उसकी बहन ही है। इस मामले में अब तक सिर्फ तीन की गिरफ्तारी हो सकी है।

कसूर क्या था, नहीं पता
पूर्णिया के ही धमदाहा थाना स्थित तरौनी गांव सुर्खियों में रहा था। संगीता की हत्या के बाद से तो वहां दहशत कायम है। अब तक छोटे-बड़े नेताओं के दौरे हो चुके हैं, पर यह पता नहीं चल सका है कि आखिर संगीता को इस बेरहमी से मारने वाला कौन है? शिवनारायण उरांव की बेटी संगीता भागलपुर में पांचवीं में पढ़ रही थी। वह धमदाहा आयी थी, जिसे अपराधियों ने उठा लिया। उसकी डेडबॉडी सूर्यमुखी के खेत में मिली। संगीता का रेप कर उसे काफी वीभत्स तरीके से मारा गया था। यह घटना 13 मई की है। अपराधियों का मन इतने से भी नहीं भरा, तो उसके चेहरे सहित शरीर के अन्य पाट्र्स पर तेजाब डाल दिया था। इनके कातिलों का भी पुलिस अब तक पता नहीं लगा सकी है. 

Report by Rajan Anand