ISDC की student है

घटना के चलते बिगड़ी हालत के बाद एक निजी हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती छात्रा ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में ग्रेजुएशन फस्र्ट इयर की स्टूडेंट है। उसके संबंध में अभी तक जो कहानी सामने आई है उसके मुताबिक 27 अप्रैल को दोपहर एक बजे वह कॉलेज से घर लौट रही थी। आरोप है कि शिवकुटी पॉवर हाउस से कार सवार युवकों ने उसे जबरन अपनी गाड़ी में खींच लिया। उन लोगों ने करीब चार घंटे तक उसे अपने साथ रखा और बाद में झूंसी चुंगी के पास कार से फेंककर चले गए। इस सनसनीखेज घटना का खुलासा मंडे को उस वक्त हुआ जब छात्रा को मेडिकल के लिए ले जाया गया।

क्या हुआ था, 27 अप्रैल को

छात्रा सोरांव थाने के एक गांव की रहने वाली है। वह घर से ही डेली आती-जाती थी। इंस्पेक्टर कर्नलगंज ने बताया कि छात्रा ने बताया कि 27 अप्रैल को छात्रा होश में आई तो वह झूंसी चुंगी के पास थी। उसके पास पैसे नहीं थे। किसी तरह वह यूनिवर्सिटी पहुंची। एक जान पहचान की दुकान से उसने पिता को फोन किया। पिता ने एक अपने दोस्त को फोन करके भेजा, वह उसके साथ उनके घर चली गई। इस दौरान कर्नलगंज पुलिस को भी सूचना दी गई थी। लेकिन, यह मामला बाहर नहीं आया। घर में हालत खराब होने पर उसे एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। डॉक्टर्स ने हालत गंभीर देख उसे आईसीयू वार्ड में रखा है। इसके बाद यह मामला मीडिया तक पहुंचा।

आखिर क्या हुआ था छात्रा के साथ?

कार सवार युवकों ने छात्रा को करीब चार घंटे तक अपने साथ गाड़ी में रखा और फिर फेंककर चले गए। इन चार घंटों में उसके साथ क्या हुआ? इस पर सभी ने चुप्पी साध ली है। बकौल, इंस्पेक्टर कर्नलगंज पिता ने रेप की बात या आशंका तहरीर में नहीं जताई है। वह यह भी कहते हैं कि छात्रा से बात की गई तो उसने कहा कि कार में खींचने के दौरान वह बेहोश हो गई थी। इसके बाद उसके साथ क्या हुआ? कुछ भी पता नहीं है। पिता से मीडिया ने बात की तो उनके चेहरे पर दशहत भरी चुप्पी दिखी। पुलिस ने दो दिन बाद यानी मंडे को छात्रा का मेडिकल टेस्ट कराया। मेडिकल टेस्ट की रिपोर्ट देर रात तक पुलिस को नहीं मिली थी। इससे यह पता नहीं चला कि उसके साथ कुछ ऊंच-नीच तो नहीं हो गई है।

समाज का डर या आरोपी का?

छात्रा की कंडीशन बेहद खराब है। वह आईसीयू में है। ऐसे में कोई भी उससे बात नहीं कर पा रहा है। तहरीर में पिता ने अजय नाम के युवक पर आशंका जताई है। यह छात्रा का रिश्ते में मामा लगता है। छात्रा ने एक अमित नाम के शख्स का भी जिक्र किया गया है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। पुलिस के मुताबिक जिस युवक पर आशंका जताई है उसकी फैमिली प्रभावशाली है। ऐसे में इस बात की आशंका भी बन गई है कि पीडि़ता के साथ उसके परिवार पर कोई प्रेशर काम कर रहा है। इसी के चलते न तो वह खुद और न ही परिवार का कोई सदस्य मुंह खोलने की हिम्मत जुटा पा रहा है। इंस्पेक्टर के मुताबिक, तहरीर में पिता ने यह लिखकर भी पुलिस को कंफ्यूज कर दिया है कि फरवरी में यही छात्रा पीवीआर में अजय के साथ गई थी। अजय पीडि़त छात्रा के गांव में रहता है।

'27 को करीब चार घंटे तक साथ रखने के बाद आरोपियों ने झूंसी चुंगी के पास फेंक दिया गया था। पिता ने रेप की आशंका नहीं जताई है। छात्रा ने भी अभी रेप की कोई बात नहीं की है। एहतियात के तौर पर मेडिकल टेस्ट कराया गया है। छात्रा की तबियत सही नहीं है उससे ज्यादा पुछताछ करने की स्थिति नहीं है.'

-दिनेश कुमार यादव, इंस्पेक्टर कर्नलगंज