तो शायद पता नहीं चलता कि वह युवक नहीं युवती है
थर्सडे को हुए एक घटनाक्रम के बाद उसके इस राज का खुलासा हो गया, अन्यथा इस बात का पता ही नहीं चलता कि मुन्नी, मुन्ना नहीं मुन्नी ही है। उसकी आवाज व पहनावे से तो यह एकदम पता नहीं चल पाता कि वह एक युवती है। अगर यह घटना नहीं घटती तो इस बात का शायद कभी पता ही नहीं चल पाता कि मुन्नी एक युवक नहीं युवती है।

ये है घटनाक्रम
जानकारी के मुताबिक सीतारामडेरा थाना एरिया स्थित ह्यïूम पाइप निवासी रौनक गुप्ता अपने बेटे का ट्रीटमेंट कराने साइकिल से एमजीएम हॉस्पिटल आए थे। वे साइकिल खड़ी कर डॉक्टर के पास जा रहे थे। इस बीच मुन्नी उसकी साइकिल लेकर जाने लगी। उसे ऐसा करते रौनक के बेटे ने देख लिया। इसके बाद हॉस्पिटल में मौजूद होम गार्ड के जवानों ने उसे पकड़ लिया। बाद में साकची पुलिस को इंफॉर्म किया गया। मुन्नी के पास से गांजा व सिगरेट के अलावा दूसरे सामान भी रिकवर हुए हैं।

मुन्नी ने कहा मैैं चोर नहीं हो गई थी confuse
मुन्नी का कहना है कि उसकी मौसी एमजीएम हॉस्पिटल में एडमिट है। उसे देखने के लिए वह अपने फ्रैंड बरकत के साथ हॉस्पिटल गई थी। इस दौरान बरकत ने उसे साइकिल लाने को कहा। वहां एक ही तरह की दो साइकिल थी। इस कारण उसे पता नहीं चला कि कौन बरकत की है। इस गलतफहमी में शायद उसने दूसरे की साइकिल उठा ली थी।

Get up बदल कर करती थी चोरी, आवाज भी है भारी
मुन्नी ने बताया कि वह कपाली में रहती है। वह सात बहनें है। कोई भाई नहीं है। घर का खर्च चलाना भी मुश्किल होता है। इस कारण उसने यह गेटअप अपना लिया, ताकि लडक़ा होने के कारण वह कोई भी काम कर सकती है। उसने बताया कि वह वाल पेंटिंग का काम करती है, जो लडक़ी होने के कारण वह नहीं कर सकती थी। उसने कहा कि उसकी आवाज भी थोड़ी भारी है, जिस कारण इस बात का पता नहीं चल पाता था कि वह लडक़ी है।

लडक़ी को साइकिल चोरी के आरोप में पकड़ा गया था। उसे जेल भेज दिया गया है। मुन्नी के पास से गांजा वे सिगरेट और सामान भी रिकवर हुए हैं।
इंदूभूषण ओझा,  इंस्पेक्टर, साकची

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