RANCHI: रांची पुलिस को एक पीडि़ता ने कहा कि आरोपी के खिलाफ जब कार्रवाई हो रही है तो वह दूसरे लोगों से उसका पीछा करवा रहा है। इस पर पुलिस का कहना है कि शायद ऐसा आरोपी पक्ष सुलह करने के लिए कर रहा होगा। जब पीडि़ता पूछती है कि आखिर आरोपी को अरेस्ट क्यों नहीं किया जा रहा है, तब पुलिस का कहना है कि पुलिस उसके घर गई थी, लेकिन वह नहीं मिला। जब आरोपी दिखेगा तो उसे बता देना, पुलिस पकड़ कर जेल भेज देगी। ऐसा एक पीडि़ता के साथ हो रहा है। जबकि इस मामले में एसएसपी अनीश कुमार गुप्ता ने एक सप्ताह में मामले को डिस्पोजल कर रिपोर्ट मांगी थी।

पीडि़ता की जान को खतरा

यह मामला अरगोड़ा थाना एरिया का है, जहां एक पीडि़ता का आरोपियों द्वारा पीछा किया जाता है। पीडि़ता इस संबंध में अरगोड़ा थाना समेत कई पुलिस अधिकारियों को सूचित करती है, फिर भी उसकी मदद करने के लिए पुलिस तत्पर नहीं होती है। एसएसपी अनीश गुप्ता को लिखे आवेदन में पीडि़ता ने कहा है कि उसे जान का खतरा है। जान लेनेवाले कोई और नहीं, उसी के साथ धोखे से शादी करनेवाला अलख निरंजन वर्मा है। इस संबंध में पीडि़ता ने उसके खिलाफ पूर्व में ही अरगोड़ा थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसके बाद जब आरोपी ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी तो उसका बेल पीटिशन खारिज हो गया। वह बौखला कर पीडि़ता के पीछे पड़ गया है। वह पीडि़ता का पीछा करवाता है और केस उठा लेने की धमकी देता है।

क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक, पीडि़ता रातू रोड में एक निजी फर्म में काम करती है। उसके पिता की कडरू में एक दुकान है। पूर्व में उक्त दुकान को उसके पिता ने किराए पर दिया था। एक दिन वहां पर सिलिंडर ब्लास्ट हो गया तो मुहल्ले वालों ने आपत्ति दर्ज कराई। इसके बाद पीडि़ता के पिता ने दुकान खाली करवा दी। फिर वह बदला लेने की फिराक में लग गया। तब उसने दुकान मालिक की बेटी को फांसना शुरू कर दिया। बताया कि वह उससे प्यार करता है और उसके साथ शादी करना चाहता है। वह उसे दिउड़ी मंदिर ले गया और शादी कर ली। शादी के बाद से उसकी नीयत बदल गई। वह पीडि़ता को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त करने लगा। एक दिन उसे घर से निकाल दिया गया, जब कारण पूछा गया तो उसने बताया कि वह कोई प्यार वगैरह नहीं करता है। बल्कि उसके बाप से बदला लेने के लिए उसने यह सब नाटक रचा। पीडि़ता कोर्ट गई और अपना बयान दिया। बयान के आधार पर अरगोड़ा थाने में एक मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमा भादवि 376 के तहत किया गया। इसके बाद पुलिस शांत पड़ गई। इस केस का अनुसंधानकर्ता सुलेखा सुमन को बनाया गया। इस मामले में सुपरविजन का चार्ज सीसीआर डीएसपी राजेंद्र प्रसाद को सौंपा गया है।

कोट

पुलिस आरोपी की तलाश में संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है। वह फरार बताया जा रहा है।

रतिभान सिंह, थाना प्रभारी, अरगोड़ा