- फेसबुक पर चल रहा है कॉलेज के खिलाफ अभियान

-वाट्सअप पर भेजी जा रही टीचर की फोटो व राइटअप

<- फेसबुक पर चल रहा है कॉलेज के खिलाफ अभियान

-वाट्सअप पर भेजी जा रही टीचर की फोटो व राइटअप

PATNA: patna@inext.co.in

PATNA: शहर का चर्चित वीमेंस कॉलेज जो अपने फेक अनुशासन व नियम-कायदे के लिए जाना जाता है, वहां अनुशासन और नियम कानून के नाम स्टूडेंट्स को दबा कर रखा जाता है। स्टूडेंट्स को दबाने में कोई एक पक्ष नहीं, बल्कि वहां के टीचर्स, स्टॉफ एवं प्रशासक सभी शामिल नहीं हैं। इन दिनों कैंपस से कुछ लड़कियों को कुछ टीचर्स की ओर से फिजिकली ह्रास करने का मामला सामने आ रहा है। हैरत की बात तो यह है कि इस मामले में ग‌र्ल्स ने जब प्रिंसिपल से मामले की शिकायत की तो स्टूडेंट्स को एडमिशन कैंसिल करने और टीसी देकर कॉलेज से बाहर करने की धमकी दी गई। ये आई नेक्स्ट का कहना नहीं है, बल्कि एक लड़की के फेसबुक वॉल पर चल रहा है।

'प्रिंसिपल तथाकथित फेमनिस्ट हैं'

फेसबुक वाल पर अपने आप को फेमनिस्ट बताने वाली और ग‌र्ल्स सिक्यूरिटी की पैरोकार बताने वाली प्रिंसिपल ने स्टूडेंट की शिकायत सुनने के बाद टीचर के खिलाफ एक्शन लेने के बजाय लड़कियों के ड्रेस सेंस पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने ग‌र्ल्स के ड्रेस सेंस को पुरुषों को प्रोवोक करने वाला बताया। इस दौरान स्टूडेंट्स को धमकी दी गई कि अगर मामला लीक हुआ तो उनके कैरियर को बरबाद कर दिया जाएगा। पोस्ट में बताया गया है कि स्टूडेंट्स के पैरेंट्स को अनुसासन के नाम पर गुमराह किया जाता है। पोस्ट में आगे बताया गया कि यह कोई पहला मामला नहीं हैं जहां लड़कियों के इज्जत के साथ खेला जाता रहा है। हर मामले को लीक होने नहीं दिया जाता है। दबा दिया जाता है।

और क्या है पोस्ट में

पोस्ट में कैंपस में मोबाइल फोन के बैंड, कैंपस में कोई स्टेशनरी, ड्रेस इशु, हाई फीस, नो क्वॉलिटी एजुकेशन, सिक्यूरिटी के नाम पर कैंपस में कोई व्यवस्था नहीं, महंगी हॉस्टल, कैंपस की कमियों पर बोलने की आजादी नहीं होने का आरोप लगाया गया है।

- इस पर कई लड़कियों ने कॉमेंट किया और कई ने समर्थन।

-लड़कियों ने इसके खिलाफ बड़े आंदोलन छेड़ने की तैयारी की बात कही है।

-इसके खिलाफ ह्यूमन चेन बनाने के लिए लोगों से समर्थन मांगा है

- इस मामले में वाटसएप पर भी संबंधित टीचर का फोटो एवं लंबा चौड़ा राइटअप वायरल है।

-वाट्सएप पर जो फोटो चल रहा है उसमें टीचर काली टोपी पहने हुए हैं।