- लड़कों को मिले केवल 17 प्रतिशत मेडल

- गवर्नर और होम मिनिस्टर हुए शामिल

LUCKNOW :

ल2ानऊ यूनिवर्सिटी के 60 वें दीक्षांत समारोह में एक बार फिर लड़कियों का दबदबा रहा। दीक्षांत समारोह में दिए गये 192 मेडल में 161 ( 83 प्रतिशतत) पर ग‌र्ल्स ने क4जा जमाया। वहीं लड़कों के हिस्से में केवल 31 मेडल ही आए। शनिवार को हुए इस समारोह में मु2य अतिथि के तौर पर मौजूद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहे। दीक्षांत समारोह में कुल 97 मेधावियों को 192 मेडल दिए गए। जिसमें मु2य अतिथि राजनाथ सिंह ने 31 मेधावियों को मेडल व डिग्री देकर स6मानित किया। इस मौके पर एलयू के कुलाधिपति व गवर्नर राम नाईक, विशिष्ट अतिथि के तौर पर डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा, एलयू वीसी एसपी सिंह आदि मौजूद रहे।

संस्कारों की सबसे ज्यादा जरूरत- राजनाथ सिंह

दीक्षांत समारोह में मु2य अतिथि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संस्कार के बिना ज्ञान अधूरा है। अगर संस्कार के साथ ज्ञान का मिश्रण हो जाए तो वो समाजकल्याणी हो जाता है और अगर नहीं होता है तो वो विनाशकारी हो जाता है। इसलिए संस्कार का होना जरूरी है। स्वामी विवेकानंद ने पूरे विश्व को 5ारत की संस्कृति से परिचय कराया इसलिए मैं उनको फ‌र्स्ट इंडियन ग्लोबल यूथ कहता हूं। उन्होंने कहा कि रावण 5ागवान राम से ज्यादा विद्वान, धनवान व पराक्रमी था मगर जीवन 5ार मर्यादा का पालन करने वाले श्रीराम की ही पूजा की जाती है। न कि रावण की। जीवन में संस्कार और मर्यादा की बहुत जरूरत है। जो शिक्षा से ही आती है।

और 5ावुक हो गए गृहमंत्री

दीक्षांत समारोह में अपने गुरु का किस्सा बताते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह 5ावुक हो गए। उन्होंने बताया कि जब मैं छोटा था तो मौलवी जी मुझे पढ़ाते थे। जब हम पीटी करते और कोई 5ाी अनुशासन से अलग होता तो वे छड़ी से मारते थे। जब मैं प्रदेश का सीएम बना तो एक दिन वाराणसी जा रहा था। रास्ते में कई लोग 2ाड़े थे। मुझे बताया गया कि मौलवी जी 5ाी हैं तो मैंने गाड़ी रुकवाकर उनके पास जाकर उन्हें माला पहनाई और उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। जब मैं जाने लगा तो उनकी आं2ाों में आंसू थे।

गरु का स6मान जरूरी

होम मिनिस्टर ने कहा कि गुरु का स6मान बहुत जरूरी है। बिना गुरु के हम कुछ नहीं हैं। कुछ गुरु गलत हो सकते हैं मगर हम उनके सदगुणों की बात करें न कि दुर्गुणों की। उन्होंने कहा कि मैं गोर2ापुर में दीक्षांत समारोह में गया था। वहां पर मेरे सामने दो गुरु बैठे थे। मेरी मंच पर बैठने की हि6मत तक नहीं हुई फिर मैंने उनको मंच पर बुलाया तब जाकर बैठ सका।

आतंकवाद सोच का फर्क

होम मिनिस्टर ने आतंकवाद को सोच का फर्क बताते हुए कहा कि इंफोसिस और आतंकवादी अलकायदा में कई समानताएं हैं। जैसे युवा इधर 5ाी हैं, युवा उधर 5ाी हैं। शिक्षित इधर 5ाी हैं शिक्षित उधर 5ाी हैं। मगर सोच का अंतर है। एक समाज के कल्याण के लिए काम करता है तो दूसरा विनाश के लिए। यहां पर हमारे संस्कार का मामला है। बच्चों में अनदे2ो रास्तों पर चलने का साहस, असं5ाव को सं5ाव बनाने का जज्बा हो तो वे सब कर सकते हैं। अद्वितीय व श्रेष्ठ बने। इसके लिए आपको कठिन परिश्रम व संघर्ष करना पड़ेगा।

गिरा है राजनीति का स्तर

देश की राजनीति पर बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि जीवन में कद कृतियों से बनता है, पद से नहीं। मैं गृहमंत्री हूं मगर मर्यादा का 2याल र2ाता हूं। हर किसी को मर्यादा में रहकर काम करना चाहिए। आज स्वतंत्र 5ारत में नेता की करनी और कथनी में फर्क है। जिससे देशवासियों का विश्वास पहले की अपेक्षा काफी कम हो गया है। राजनीति का जो सही अर्थ था वो अब 2ात्म हो चुका है। इस तरह की राजनीति को बदलने का आप संकल्प ले।

विश्व गुरु बनाने का संकल्प लें

होम मिनिस्टर ने कहा कि देश को विश्व गुरु बनाने का संकल्प लें। हम नए 5ारत की कल्पना करते हैं। जिसमें जातिवाद, सांप्रदायिकता, 5ा्रष्टाचार व गरीबी का नाम न हो। ऐसे 5ारत महान का निर्माण करने के लिए आप को संकल्प लेना होगा। जीवन में बिना संकल्प के कुछ सं5ाव नहीं है। हमारे पास जो विज्ञान व ज्ञान है, वो दुनिया के किसी देश के पास नहीं है।

मैं इस उपाधि के लायक नहीं

गृहमंत्री राजनाथ सिंह को मानद उपाधि से नवाजा गया तो उन्होंने अपने भाषण में कहा कि मैं अपने को इस उपाधि के लायक नहीं समझता। लेकिन कुलाधिपति का आदेश नहीं टाल सकता। हम सबको व्यवस्था में यकीन र2ाना चाहिए। व्यवस्था को बनाने में काफी समय लगता है।

अब जीवन की लड़ाई शुरू होती है- गवर्नर

एलयू के कुलाधिपति और गवर्नर राम नाईक ने अपने संबोधन में कहा कि आज जिनको यहां डिग्री व मेडल मिले हैं उनकी किताबी पढ़ाई यहीं 2ात्म होती है और यहां से जीवन की लड़ाई शुरू होती है। उन्होंने मेडल पाने वाले लड़कों और लड़कियों के प्रतिशत की बात करते हुए कहा कि आज यहां पर 83 प्रतिशत लड़कियों और 17 प्रतिशत लड़कों ने मेडल पाया है। यह महिला सशक्तिकरण का परिचालक है। अगर लड़के नहीं सुधरे तो उनको आरक्षण की जरूरत पड़ेगी।

हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही लड़कियां

आज देश में स5ाी क्षेत्रों में लड़कियां स्वा5िामान के साथ आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश के 29 विवि का कुलाधिपति हूं बीच में कुछ साल दीक्षांत समारोह नहीं हुए मगर अब लगातार हो रहे हैं। चार नए विवि हैं, जिसमें दीक्षांत समारोह नहीं हो सके। बाकी बचे 25 में से 16 में दीक्षांत समारोह हो चुके हैं, बाकी में दिसंबर तक हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि दीक्षांत में टोपी और गाउन पहनकर मेडल पाने की परंपरा 2ात्म हो गई है। अब 5ारतीय वेश5ाूषा में छात्र आते हैं। गवर्नर ने कहा कि एक कमेटी का गठन किया गया है जिसमें यह तय किया गया है कि अब छात्रों के साथ गुरुजनों का 5ाी नाम लि2ा जाएगा।

विदेशों में 5ाी नाम कर रहे रोशन - डिप्टी सीएम

डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा ने कहा कि विश्व में यहां के छात्रों का डंका बज रहा है। क5ाी केजीएमयू एलयू का हिस्सा था। यहां से पढ़े लोग विदेशों में प्रदेश व देश के साथ यूनिवर्सिटी का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शोध गंगा पटल बने, पूरा परिसर वाई फाई हो, व्यावसायिक दृष्टिकोण व रोजगार के अवसर छात्रों को कैंपस से ही मिलें। इसका प्रयत्‍‌न किया जा रहा है। जब तक हमारी संस्कृति और साहित्य हमारे अंदर है, तब तक हम हार नहीं सकते।