कहीं इमपोटेंट तो नहीं

तहलका के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल की रिमांड का आज दूसरा दिन है और आज उन्हें पोटेंसी टेस्ट के लिए गोवा पुलिस गोवा मेडिकल कॉलेज ले गई है. गोवा पुलिस ने बताया किसी भी महिला के साथ यौन उत्पीडन के केस में ये टेस्ट जरूरी व अनिवार्य है. इसी वजह से 50 साल के तरुण तेजपाल का भी पोटेसी टेस्ट कराया जा रहा है. तेजपाल से क्राइम ब्रांच की इंस्पेक्टर सुनीता सावंत एक बार फिर सवाल-जवाब कर सकती हैं. रिमांड पे लिए गए दिन भी सुनीता ने तेजपाल से 5 घंटे तक पूछताछ की थी.

दोबारा पूछताछ

सहकर्मी महिला पत्रकार के यौन उत्पीडऩ के आरोपी तहलका के पूर्व मुख्य संपादक तरुण तेजपाल से हिरासत में आज दोबारा पूछताछ हो सकती है. रविवार को मजिस्ट्रेट (प्रथम) एस. जोशी ने तेजपाल को छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. हालांकि, अभियोजन पक्ष ने मामले की गंभीरता के मद्देनजर से पूछताछ के लिए 14 दिन की हिरासत मांगी थी. बचाव पक्ष ने मांग का विरोध करते हुए दलील दी थी कि तेजपाल गोवा पुलिस की अपराध शाखा के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं. ऐसे में हिरासत की कोई जरूरत नहीं है.

कई अपराध किए

गोवा की जिला व सत्र अदालत द्वारा अग्रिम जमानत याचिका रद होने के बाद शनिवार रात गिरफ्तार किए गए तेजपाल को रविवार दोपहर से पहले कोर्ट में पेश किया गया. शनिवार को याचिका खारिज करते हुए न्यायमूर्ति प्रभुदेसाई ने 25 पन्ने के आदेश में कहा था, 'पीडि़ता के बयान और ई-मेल के तौर पर उपलब्ध दस्तावेजों से प्रथम दृष्टया संकेत मिलते हैं कि याची ने पीडि़ता का उत्पीडऩ करने के साथ ही अपने पद का दुरुपयोग करते हुए भरोसे को भी तोड़ा.' जज ने कहा कि याची न सिर्फ प्रभावी व्यक्ति है, बल्कि प्रथम दृष्टया उसने पीडि़ता के परिवार पर भी दबाव डालने की कोशिश की. इसके अलावा याची द्वारा सुबूतों से छेड़छाड़ की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता. रविवार को मजिस्ट्रेट के आदेश के तत्काल बाद तेजपाल को पूछताछ के लिए अपराध शाखा मुख्यालय ले जाया गया. सूत्रों के मुताबिक, पूरी गंभीरता और सख्ती के साथ तेजपाल से पूछताछ की गई थी.

दो murderers के साथ गुजारी रात

इससे पहले तेजपाल ने हत्या के दो आरोपियों समेत तीन अन्य के साथ शनिवार-रविवार की रात पुलिस लॉकअप में गुजारी. मध्यरात्रि 12 बजकर 30 मिनट पर तेजपाल को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए नजदीकी गोवा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. इस दौरान उनके वकील और परिजन भी साथ रहे. स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मेडिकल कॉलेज से बाहर निकले तेजपाल ने मीडिया से बात करने से इन्कार कर दिया. इसके बाद उन्हें देर रात करीब दो बजे लॉकअप में बंद कर दिया गया. कोर्ट की अनुमति के बाद परिजनों ने उन्हें नए कपड़े भी दिए. तेजपाल को यौन उत्पीडऩ के आरोप लगने के 10 दिन बाद गिरफ्तार किया जा सका. गौरतलब है कि सहकर्मी महिला पत्रकार ने तेजपाल पर गोवा थिंक फेस्ट-2013 के दौरान 7 व 8 नवंबर को होटल की लिफ्ट में दो बार यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है. तेजपाल पर आइपीसी की धारा 354ए और 376 (2)(के) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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