शनि देव मंदिर में चोरी

गोरखनाथ के सुभाष नगर एरिया में स्थित शनि देव मंदिर में फ्राइडे नाइट चोरों ने धावा बोल दिया। वे शनि देव का चांदी का मुकुट और दान पात्र चुरा ले गए। सैटर्डे मार्निंग चोरी हुआ दान पात्र कुछ दूरी पर टूटा और खाली पड़ा मिला। शनि मंदिर से दो सौ मीटर दूरी पर स्थित दुर्गा मंदिर को भी चोरों ने नहींबख्शा। चोर मूर्ति पर सजी चांदी की ज्वेलरी और दान पात्र चुरा ले गए। दानपात्र में करीब 20 हजार रुपए होने की बात कही जा रही है। दोनों वारदातों की सूचना गोरखनाथ पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की।

पांच दिन में मंदिर में चोरी की वारदात

01 फरवरी- गोरखनाथ के सुभाष नगर में शनि देव मंदिर में चोरी

01 फरवरी- गोरखनाथ एरिया में दुर्गा मंदिर में चोरी

30 जनवरी - मोती राम अड्डा स्थित शिव मंदिर में चोरी

27 जनवरी - हुंमायूपुर उत्तरी स्थित दुर्गा मंदिर में दान पात्र चोरी

27 जनवरी- हïट्ठी माता मंदिर में चांदी का मुकुट चोरी

27 जनवरी -तरंग शिवालय में दान पात्र चोरी

27 जनवरी - कोतवाली के  दीवान बाजार स्थित काली मंदिर में चांदी का मुकुट और छत्रप चोरी

27 जनवरी- चरण लाल चौराहे स्थित संतोषी माता मंदिर में चोरी

एक सप्ताह से एक्टिव हैं चोर

सिटी के मंदिरों में चोरी की सबसे ज्यादा वारदातें पिछले पांच दिनों से दर्ज हुई है। यहीं नहीं ज्यादातर चोरी गोरखनाथ और कोतवाली थाना क्षेत्र में हुई है। मंदिर में चोरी की वारदात के बाद पुलिस पर जबर्दस्त दबाव है और वारदात पर अंकुश के लिए एसएसपी प्रदीप कुमार ने सख्त निर्देश दिए है। सिटी में मंदिरों के आस-पास पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई थी, लेकिन चोरों के आगे सभी योजनाएं दम तोड़ती नजर आ रही हैं।

टारगेट पर दान पात्र और ज्वेलरी

चोरों के टारगेट पर सिटी के वे मंदिर है जहां सिक्योरिटी व्यवस्था नहीं है। मंदिर का ताला तोड़ कर ज्वेलरी और दान पात्र चुरा ले गए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि ये चोर गैंग के रूप में काम नहींकरते हैं। ये वो चोर है जो मौका देखकर मंदिरों में चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। अब तक जितने भी मंदिरों में चोरी हुई वे सभी सुनसान एरिया में स्थित हैं।

केवल पूछताछ से चल रही जांच

27 जनवरी को चोरी की चार सिलसिलेवार वारदात के बाद हरकत में आया पुलिस डिपार्टमेंट ने सुरक्षा का भरोसा दिलाया था। इसके लिए एक टीम का भी गठन किया गया था, जिस पर ऐसे केस के वर्कआउट की जिम्मेदारी थी। इस पहल में कोतवाली पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में भी लिया था और करीब तीन दिन से उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस का दावा था कि जल्द ही चोरों को पकड़ कर इसका खुलासा कर दिया जाएगा। अभी पुलिस अपने कॉलर खड़े करने की तैयारी कर रही थी कि चोरों ने एक बार फिर पुलिस को ओपन चैलेंज दे दिया।

पहले भी हो चुकी हैं चोरी की वारदात

वर्ष 1999 में बिसरा मंदिर से सोने का छत्रप चोरी

वर्ष 1995 मे भूपगढ़ के रामजानकी मंदिर से अष्टधातु की छह मूर्तियों की चोरी

वर्ष 1999 में रसिक बिहारी मंदिर के पुजारी विश्वभरदास की हत्या के बाद मूर्तियों की चोरी

वर्ष 2002 में बिसरा मंदिर से ही राधा, सीता-राम की अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी हुई।

वर्ष 2007 में तीरा गांव मंदिर से सीता- राम की अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी हुई।

वर्ष 2011 में बिसरा मंदिर में तीसरी बार चोरी हुई।

मंदिर में चोरी की वारदात के खुलासे के लिए टीम बनाई गई है। कोतवाली में कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सिटी के कुछ एरिया में इस तरह के चोर एक्टिव है। ऐसे एरिया में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है।

प्रदीप कुमार यादव, एसएसपी गोरखपुर