RANCHI : पारंपरिक वाद्ययंत्रों की गूंज, जयकारे और आरती के बाद भगवान जगन्नाथ डेढ़ महीने के अज्ञातवास पर चले गए। हर साल की तरह इस साल भी मंगलवार को रांची के जगन्नाथपुर मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को स्नान मंडप में लाकर सुगंधित जल से स्नान कराया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। सामूहिक आरती के बाद भगवान अज्ञातवास पर चले गए। अब डेढ़ महीने तक वह दर्शन नहीं देंगे। ऐसी मान्यता है कि स्नान के बाद भगवान बीमार पड़ जाते हैं। जिस वजह से वह न तो भक्तों को दर्शन देते हैं और न ही अपनी मौसी के घर मौसीबाड़ी जाते हैं। इस दौरान उनका इलाज होता है। इस काल को अनवसर नीति कहते हैं। पुजारी ही उनके पास पूजा करते है और उन्हें सजाकर नया रूप दिया जाता है।

क्7 जुलाई को नेत्रदान के बाद दर्शन

भगवान जगन्नाथ क्7 जुलाई को शाम पांच बजे नेत्रदान के बाद भक्तों को दर्शन देंगे। भव्य तरीके से सामूहिक आरती और पूजा के बाद क्8 जुलाई को रथयात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस दिन भगवान के रथ को खींचकर मौसीबाड़ी पहुंचाया जाएगा। जहां उनकी पूजा अर्चना की जाएगी।

कौशल विकास से युवाओं को मिलेगा रोजगार

युवाओं को ऐसी शिक्षा देनी होगी जिससे वह खुद के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर सकें। ऐसा सिर्फ स्किल डेवलपमेंट से ही संभव है। रांची यूनिवर्सिटी के वीसी रमेश पांडेय ने ये बातें मरकज-ए-अदब ओ साइंस के क्म्वें दीक्षांत समारोह के मौके पर कहीं। उन्होंने कहा कि संस्था की ओर से जो डिप्लोमा कोर्स करवाए जा रहे हैं उससे युवाओं को रोजगार मिलेगा। मौके पर आरयू के पूर्व वीसी डॉ। एए खान ने स्टूडेंट्स से कहा कि आगे जाने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे। संस्था की ओर से संचालित सज्जाद कंप्यूटर ट्रेनिंग एंड गाइडेंस सेंटर की ओर से कई तरह के कोर्स चलाए जा रहे है। जिसमें अच्छा परफार्म करने वाले स्टूडेंट्स को प्रमाण-पत्र के साथ पुरस्कृत भी किया गया। संस्था के सचिव तारिक सज्जाद ने वार्षिक रिपोर्ट पेश की और संस्था के कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी।