40 फीसदी कम रहा कारोबार

इस धनतेरस पर सर्राफा मार्केट 40 फीसदी कम रहा. अगर आंकड़ों पर बात करें तो पिछले वर्ष धनतेरस के दिन दोनों ही शहर और सदर सर्राफा मार्केट में कुल 25 करोड़ रुपये के आसपास का व्यापार हुआ था. जबकि इस बार रात 8:30 बजे तक सर्राफा मार्केट महज 15 करोड़ रुपये के आसपास रहा. जो काफी कम है. व्यापारियों की मानें तो पूरे दिन गिने चुने कस्टमर्स को छोड़कर कोई भी नहीं आया.

कीमत कम रहने के बावजूद

ताज्जुब की बात तो ये है कि इस बार सोना और चांदी की भी पिछले वर्ष के मुकाबले काफी है. अगर बात सोने की करें तो पिछले धनतेरस पर सोने की कीमत 32130 रुपये थी जो इस बार 980 रुपये कम 31150 रुपये है. चांदी तो काफी अच्छे खासे दामों पर गिरी. अगर बात पिछले साल की करें तो चांदी की कीमत 60350 रुपये प्रतिकिलो ग्राम थी. वहीं इस बार चांदी 49000 रुपये प्रतिकिलो ग्राम रहा.

लाइट ज्वेलरी पर जोर

त्रिपुंड ज्वेलर के ऑनर कुश अग्रवाल की मानें तो जो भी डिमांड आई वह लाइट वेट ज्वेलरी की ही रही. किसी ने भी हैवी ज्वेलरी को अपनी प्रायरिटी में रखा. न्यू सर्राफा व्यापार एसोसिएशन के महामंत्री दिनेश रस्तोगी की मानें तो लोगों ने चांदी और गोल्ड के क्वाइंस की काफी खरीदारी की. साथ ही हमने भी क्वाइंस की प्योरिटी पर काफी ध्यान रखा था. ताकि लोगों का खोया हुआ भरोसा दोबारा से पाया जा सके. वहीं चेन, अंगूठी और छुमकी आदि छोटे आइटम ही खरीदे.

'व्यापार पिछली बार के मुकाबले काफी कमजोर रहा. करीब 40 परसेंट के करीब व्यापार में कमी दिखी. वहीं लोगों ने हल्के आइटम को काफी पसंद किया. साथ ही गोल्ड क्वाइंस को भी काफी पसंद किया.'

- दिनेश रस्तोगी, महामंत्री, न्यू सर्राफा व्यापार एसोसिएशन

'ऐसा लगा कि पब्लिक ने इस बार खरीदारी में कोई दिलचस्पी ही नहीं दिखाई. एक बात और कि काफी महंगाई भी है. साथ पहले अब लोग होम लोन देंगे उसके कार या कोई दूसरा व्हीकल लोन देंगे फिर घर का खर्च निकालेंगे. उसके बाद जो बचेगा उसे खर्च करेंगे.'

- सर्वेश कुमार, महामंत्री, मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन