इस बार बढ़ गई इनकम

कूड़ा बीनने का काम ज्यादा मुनाफे का नहीं माना जाता, पर इस दीपावली आम दिनों की अपेक्षा इन दिनों में कूड़ा बेचने वालों की इनकम पहले की अपेक्षा दोगुनी हो चुकी है.इसका कारण भी स्पष्ट है कि दीपावली को लेकर घरों में साफ सफाई का दौर शुरू हो चुका है।

कई क्षेत्रों से नहीं उठता है कूड़ा

इसे नगर निगम की लापरवाही कहें कि कूड़ा बीनने वालों की किस्मत कि सिटी में कूड़ा उठान प्रॉपर नहीं होना ही सोना उगल रहा है। कूड़ा बीनने वालों को पता है कि निगम के कर्मचारियों द्वारा किन-किन एरियाज से कूड़ा नहीं उठाया जाता है। वह ऐसे ही स्थानों पर पहुंचते हैं और कूड़ा दिखते ही उसमें से महंगा सामान निकालना शुरू कर देते हैं।

कारोबार में कट रही चांदी

कबाड़ा कारोबार में इस बार चांदी कट रही है। कबाड़ा व्यवसायी की मानें तो इस बार कबाड़ा व्यापार पहले के कंपैरिजिन में डबल हो गया है जबकि दीपावली का त्यौहार अभी आगे है.सिटी से इतना कूड़ा बनाम सोना निकल रहा है कि 'सोना बीनने वाले कम पड़ गए तो कबाड़ा व्यवसाइयों को अपने नाते-रिश्तेदारों को बाहर से बुलाना पड़ गया है। जब सोना मिले तो कौन छोडऩा चाहेगा। यही वजह है कि सिटी में कबाड़ा बेचकर लोग भारी भरकम आमदनी कर रहे हैं।

28 के बाद नहीं मिलेगा सोना

सिटी में अल्ट्राअर्बन कंपनी ने डोर टू डोर कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी ली है। 28 अक्तूबर के बाद सिटी में कूड़ा नहीं दिखेगा, इसलिए कूड़ा व्यवसाइयों ने पहले ही कूड़े से 'सोना निकालने का काम शुरू कर दिया है।