- अक्षय तृतीया पर ज्वैलर्स हैं तैयार नए स्टॉक के साथ

- इस बार एक कम कीमत में हैवी वेट के डिजायंस

- अक्षय तृतीया पर बन रहा अनोखा संयोग

AGRA। चुनावों की वजह से सूने पड़े सर्राफा बाजार में अब उछाल आने वाला है। दो मई को पड़ने वाली अक्षय तृतीया की वजह से लोग सोना खरीदने का प्लान बना रहे हैं। बाजार भी अब बिक्री के लिए तैयार है। नया स्टॉक आ चुका है। चुनाव की खुमारी उतारने के लिए ज्वैलर्स तैयार हैं लेकिन सोने की उतरते-चढ़ते रेट्स से ज्वैलर्स थोड़े परेशान भी हैं।

क्या है अक्षय तृतीया

दो मई को अक्षय तृतीया है। अक्षय तृतीया के रूप में प्रख्यात वैशाख शुक्ल तीज को स्वयं सिद्ध मुहूतरें में से एक माना जाता है। सामान्यत: अक्षय तृतीया में ब्ख् घड़ी और ख्क् पल होते हैं। इस दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन यदि सोना खरीदा जाए तो अक्षय रूप से स्वर्ण आता रहेगा। यदि अक्षय तृतीया सोमवार या रोहिणी नक्षत्र को आए तो इस दिवस की महत्ता हजारों गुणा बढ़ जाती है। इस दिन प्राप्त आशीर्वाद बेहद तीव्र फलदायक माने जाते हैं। भविष्य पुराण के अनुसार, इस तिथि की गणना युगादि तिथियों में होती है। सतयुग, त्रेता और कलयुग का आरंभ इसी तिथि को हुआ और इसी तिथि को द्वापर युग समाप्त हुआ था।

ज्वैलर्स हैं पूरी तरह से तैयार

चुनाव के चलते पिछले कुछ महीनों से बाजार पूरी तरह से मंद पड़ा था। रुपया टिक गया था। चुनावों की वजह से भ्0 हजार से ज्यादा का कैश कैरी नहीं किया जा सकता था। इसलिए बाजार में काफी मंदी का दौर चल रहा था। लेकिन अब अक्षय तृतीया से इस मंदी के खत्म होने के आसार हैं। अक्षय तृतीया से सर्राफा बाजार को बहुत आस है। इस दिन सोने की खरीद का विशेष महत्व माना जाता है। सर्राफा बाजार इस दिन ग्राहकों को खींचने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा। सर्राफा बाजार में सोने के आकर्षक गहनों के साथ कई साइज के सिक्कों की बड़ी रेंज उपलब्ध है। ज्वैलर्स ने हर तरीके के ग्राहकों को ध्यान में रखकर गहनों की रेंज सजाई है। एक - एक ग्राम सोने के सिक्के भी लोगों का ध्यान खींचने के लिए रखे गए हैं।

महंगाई ने बदली तस्वीर

सोना भले ही रेट के मामले में हर रोज नए आयाम तय कर रहा हो , लेकिन अक्षय तृतीया पर सोना बेचने के लिए सर्राफा व्यापारियों ने कई तरह की प्लानिंग तैयार की है। हल्के और भारी वजन में सोने की गिन्नियां तैयार की गई हैं। गोल्डन गणेश भी ग्राहकों का ध्यान खींचने को तैयार हैं। कुछ दुकानदार अक्षय तृतीया पर गहने खरीदने पर पांच से दस प्रतिशत तक की छूट दे रहे हैं। ज्वैलर्स ने ऐसे डिजायंस बनवाए हैं, जो कम पैसों में लोगों को ज्यादा का मजा दें। हल्के वजन वाले गहने भी लोगों की पसंद को ध्यान में रखकर तैयार कराए गए डैं।

घटा है रुझान

सोने के दाम बेतहाशा बढ़ जाने का असर मार्केट पर पड़ा है। काम न के बराबर रह गया है। लोग जरूरत होने पर ही ज्वैलरी खरीद रहे हैं। सोने की अंगूठी बनवाने में भी पसीने छूट रहे हैं। एक साल में सोने के दामों में दोगुने का फर्क आ गया है। इसके अलावा , लोगों का विश्वास बैंक व डाकखानों में बिक रहे सोने पर बढ़ा है, जिस कारण सर्राफा कारोबार में गिरावट दिख रही है। अक्षय तृतीया पर गोल्ड खरीदना शुभ है, मगर इस बार गोल्ड महंगा होने के कारण कम बिक्री का अंदेशा है। हालांकि कारोबारियों ने ग्राहकों के बजट को ध्यान में रखकर ज्वैलरी तैयार कराई है।

डायमंड के गहने भी कराए तैयार

लोग कम पैसों में ज्यादा का मजा लेना चाहते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए कई ज्वैलर्स ने ऐसे गहने तैयार करवाए है, जो कम रेंज में ज्यादा फैलाव दिखाते हैं। इसी रेंज में तनिष्क अक्षय तृतीया के मौके पर खासतौर से डायमंड्स के सेट लेकर आया है। इन सेट्स की खासियत यह है कि यह सेट सात से आठ लाख रुपये की कीमत वाले सेट्स का मुकाबला करेंगे। इनके डिजायंस और फैलाव महंगे सेट्स की तरह ही होगा लेकिन कीमत आधी से भी काफी कम होगी।

कीमत बढ़ी तो कम हो जाएगी सेल

लेकिन ज्वैलर्स सोने की बढ़ती कीमतों से काफी परेशान नजर आ रहे हैं। मंडे को सोने का भाव ख्9 हजार था। राजा मंडी बाजार में सोने का काम करने वाले रवि शर्मा का कहना है कि अगर अक्षय तृतीया पर यही भाव रहे तो ग्राहकों के आने की उम्मीद है। लेकिन अगर भाव में थोड़ा सा भी चढ़ाव आया तो इसका सीधा असर ग्राहकों की संख्या पर पड़ेगा।

बन रहा है अनोखा संयोग

ज्योतिषाचार्य डॉ। शोनू मेहरोत्रा के मुताबिक, इस साल अक्षय तृतीया पर बहुत ही शुभ संयोग बन रहा है। यह संयोग ख्7 साल बाद आ रहा है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र है। अति दंड योग हैं। यह बहुत सुखद योग है। रोहिणी नक्षत्र के बाद मृगक्षरा नक्षत्र भोग करेगा। शुक्रवार को मृगक्षरा नक्षत्र मिलता है तो मानस योग बनता है। जिसके फलस्वरूप काम किसी भी कीमत नहीं बिगड़ता, सफलता मिलती है और धनवृद्धि होती है। अगर चौघडि़या भी मुहूर्त में मिला दिया जाए तो सोने पर सुहागा हो जाएगा। मिथुन के स्वामी बुध का कर्क के स्वामी चंद्र का लाभ भाव में बैठना धनवृद्धि कारक है।

'माना जाता है कि अक्षय तृतीया से बाजार उठ जाता है, यही हम भी मान कर चल रहे हैं। हम पूरी तरह से तैयार हैं। नए स्टॉक के साथ अपने ग्राहकों को ज्वैलरी की पूरी रेंज देने के लिए हम अक्षय तृतीया का इंतजार कर रहे हैं.'

- वतन शर्मा, टीम हैड, तनिष्क