- अनिल कुमार बिहार के सबसे अग्रणी प्लेयर है बाक्सिंग के

- 388 दिनों की सैलरी रोक दिया गया

- गोल्ड मेडल विनर अनिल कुमार कलेक्ट्रेट में हैं कार्यरत

PATNA : ख्007 से लेकर अब तक कई मेडल जीतकर बिहार का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा करने वाले बाक्सिंग प्लेयर अनिल कुमार को भी जनता दरबार में चक्कर काटना पड़ा, लेकिन नतीजा सिफर रहा। वो कलेक्ट्रेट ऑफिस में क‌र्ल्क के पद पर तैनात हैं। ख्0क्ख् से ख्0क्फ् के दौरान प्रैक्टिस व बॉक्सिंग की कोचिंग के लिए पटना से बाहर थे। इस बीच करीब फ्88 दिनों का उनका वेतन काट लिया गया। उन्होंने इस बारे में कई बार विभाग को जाने से पहले और बाद में भी इस बात को संबंधित अधिकारियों से शेयर किया।

थक गए जनता दरबार के चक्कर लगाते

जब अनिल की बात डिपार्टमेंट ने अनसुनी कर दी तो वे इस मामले को लेकर जनता दरबार में गए और फ्88 दिनों के वेतन रोके जाने की बात कही। इस बारे में अनिल ने आई नेक्स्ट को बताया कि मैंने तीन-चार बार इस बात को रखा। इसके लिए संबंधित डॉक्यूमेंट भी रखा लेकिन मेरी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने इस बात पर भी अफसोस जताया कि इस मामले के बारे में पूरी जानकारी कला संस्कृति, युवा एवं खेल मंत्रालय को भी दी गई। लेकिन अब तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

नेशनल गेम की तैयारी में गये पटियाला

जानकारी हो कि मूलरूप से राजेंद्र नगर के योगी कॉलोनी के रहने वाले ख्ख् वर्षीय बॉक्सिंग प्लेयर अनिल कुमार पिछले दस साल से इस खेल से जुडे़ हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें ख्007 से ही मेडल जीतने का सिलसिला शुरू कर दिया था। फिलहाल वे पटियाला में साई कैंप में ट्रेनिंग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे नेशनल गेम में बिहार का प्रतिनिधित्व कर रहें हैं। उन्होंने कहा बिहार में ट्रेनिंग की सुविधा नहीं है। इसलिए सालों से पटना से बाहर रहकर पटियाला, बेंगलूरू, चंडीगढ़ व अन्य स्थानों पर साई में ट्रेनिंग ले रहे हैं।

बॉक्सर विकास कृष्णा हैं आइडियल

पटियाला में प्रैक्टिस कर रहे अनिल ने आई नेक्स्ट से बात करते हुए बताया कि वे नेशनल बॉक्सर विकास कृष्णा को अपना आइडियल मानते हैं। क्योंकि उन्होंने इंडिया के लिए कई बार खेला है और मेडल भी जीता है। जानकारी हो कि वे स्पो‌र्ट्स कोटा में डीएसपी के पद पर कार्यरत है। उन्होंने कहा कि वे भी एक अपने प्रदर्शन को और बेहतर कर रहें हैं। अनिल कुमार ने बताया कि विकास कृष्णा से वे समय-समय पर विनिंग टिप्स लेते रहते हैं।

बिहार के एक मात्र स्टार बॉक्सर

इस बारे में बिहार बाक्सर एसोसिएशसन के सेक्रेटरी राजीव कुमार ने बताया कि बिहार में कई प्लेयर हैं, इस गेम में। कई नेशनल प्लेयर भी रहे हैं, लेकिन अनिल बिहार का एकमात्र प्लेयर हैं जो म्0 किलोग्राम वर्ग में इंटरनेशनल लेवल पर बिहार का नाम इतना रौशन किया है। लेकिन स्टेट में यहां समुचित सुविधा नहीं मिलती। इसलिए वह इंडिया कैंप में जाकर प्रैक्टिस, ट्रेनिंग आदि करता है। साई की ट्रेनिंग में काफी इम्प्रूवमेंट भी आयी है। उन्होंने बताया कि बिहार में कानून ही नहीं था कि अगर कोई खेलने के लिए कहीं जाता है तो उसकी सैलरी नहीं काटी जाएगी। लेकिन अनिल के प्रयायों के कारण अब यह कानून अस्तित्व में आया है। लेकिन पिछले मामले के सही से निपटान नहीं हो पाया है।

अनिल के अचीवमेंट

ख्007- रूस में चिल्डेन एशियन गेम-गोल्ड मेडल

ख्0क्0- एशियन गेम, ग्वानझू, चीन-ब्रांज मेडल

ख्0क्फ्- लीमासुल बॉक्सिंग कप, साइप्रस-गोल्ड मेडल