40% return दिया
इन्वेस्टमेंट कंसलटेंट विक्रम लच्छीरामका बताते हैं कि दो महीने पहले गोल्ड 25,000 रुपए प्रति दस ग्राम के आस-पास था और अब 35,000 रुपए के आस-पास है। येलो मेटल ने इन्वेस्टर्स को 40 परसेंट का रिटर्न दिया है। ऐसे में अब उनके पास प्रॉफिट बुक करने का गोल्डेन चांस है। वे सोने को बेच दें और प्रॉफिट बुक करें, क्योंकि गोल्ड के रेट में अभी ज्यादा बढ़ोतरी की संभावना नहीं है। वहीं, जो लोग सोना खरीदना चाहते हैं, वे थोड़ा वेट करें और जब गोल्ड के भाव में पांच से सात परसेंट की गिरावट आए, तभी इसे थोड़ा-बहुत खरीद सकते हैं।

सिर्फ India में ही नहीं
विक्रम ने बताया कि सोने के रेट सिर्फ इंडिया में ही नहीं, इंटरनेशनल मार्केट में भी बढ़े हैं। इंटरनेशन मार्केट में गोल्ड के रेट 10-15 परसेंट बढ़े हैं। इंडिया में गोल्ड के महंगे होने की तीन वजहें हैं। इनमें रुपए का कमजोर होना, इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड के रेट का बढऩा और गवर्नमेंट द्वारा गोल्ड पर कस्टम ड्यूटी
चार परसेंट से बढ़ाकर दस परसेंट कर देना शामिल हैं।

अभी खरीदारी से बचें
एसएसजे फाइनेंस के जोनल हेड और वीपी शशांक भारद्वाज ने बताया कि अभी गोल्ड के रेट जिस ऊंचाई पर हैं, उसमें इन्वेस्टर्स को गोल्ड की खरीदारी से बचना चाहिए। गोल्ड के रेट मुख्य रूप से रुपए के कमजोर होने से चढ़े हैं.  हां जिन्होंने पहले गोल्ड खरीदा है, वो इसे बेचकर प्रॉफिट बुक कर सकते हैं। जो लोग गोल्ड ईटीएफ में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, वे भी गोल्ड में गिरावट आने का वेट करें।