- इंटरनेशनल में घटी तो लोकल में बढ़ गई गोल्ड की डिमांड

- 24 हजार के करीब आते ही बढ़ गई कस्टमर की संख्या

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : फेस्टिवल खत्म हो चुका है। मैरेज सीजन भी लगभग खत्म हो गया है। इसके बावजूद शहर की ज्वेलरी मार्केट में चमक बिखरी हुई है। ये चमक मैरेज सीजन या फेस्टिवल सीजन का इफेक्ट नहीं बल्कि गोल्ड में आई गिरावट का नतीजा है। 25 हजार के नीचे आते ही सोना खरीदने का लोगों में क्रेज बढ़ता जा रहा है। सोना खरीदना किसको अच्छा नहीं लगता, मगर अधिक रेट ने लोगों के सपने को रोक रखा था। जैसे ही रेट नीचे गिरा, लोगों ने अपने सपने को हकीकत में बदलना शुरू कर दिया। सराफा व्यापारियों का मानना है कि अभी सोना कुछ और गिरेगा। हालांकि बहुत अधिक गिरावट की उम्मीद नहीं है। सोने में गिरावट के कारण जहां उसका बिजनेस बढ़ा है, वहीं डायमंड की डिमांड कम हुई है।

ग्लोबल मार्केट में कम हुई डिमांड

ग्लोबल मार्केट में पिछले कुछ दिन से गोल्ड की डिमांड लगातार कम हुई है। इसका इफेक्ट उसके रेट पर दिखाई पड़ रहा है। डिमांड कम होने से गोल्ड के रेट डाउन हो रहे हैं। दो दिन पहले जहां प्योर गोल्ड का रेट करीब 26,600 रुपए था, वहीं वेंस्डे को घट कर 26,325 रुपए रह गया। एक माह पहले प्योर गोल्ड का रेट करीब 28,400 रुपए था। वहीं एक माह पहले ज्वेलरी का रेट करीब 26,400 रुपए था, जो वेंस्डे को घट कर 24,300 रुपए पहुंच गया। इसी तरह सिल्वर का रेट भी लगातार डाउन हो रहा है। 15 दिन पहले जहां सिल्वर का रेट 38 हजार रुपए किलो के करीब था, वहीं वेंस्डे को यह करीब 36,400 रुपए किलो पहुंच गया।

25 हजार की साइक्लॉजी बाउंड्री ब्रेक होने के बाद लोग सोना खरीदने के लिए टूट पड़े क्योंकि लोगों के दिमाग में सोने का रेट 25 हजार से अधिक बैठ चुका था। ऐसे में जब रेट कम हुआ तो उन्हें लगा सोना बहुत सस्ता हो गया है। सोना का रेट अभी कुछ और डाउन हो सकता है।

सुधीर कुमार जैन, सराफा कारोबारी

सोना करीब साढ़े 24 हजार से नीचे आ गया है। इससे कस्टमर्स की संख्या काफी बढ़ी है। अभी कुछ और रेट गिरने की उम्मीद है, मगर काफी अधिक फर्क नहीं आएगा। इंटरनेशनल मार्केट में डिमांड कम होने से रेट डाउन हुआ है।

विवेक सरावगी, सराफा व्यापारी