ज्वेलरी शॉप्स में रही ज्यादा भीड़

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने से पूरे साल सुख, समृद्धि और सौभाग्य का साथ बना रहता है। यही वजह रही कि ग्राहकों की सबसे ज्यादा भीड़ सिटी की ज्वेलरी शॉप्स पर दिखी। कोदई चौकी, सिगरा, लहुराबीर, नीचीबाग, भेलूपुर स्थित हर बड़ी छोटी ज्वेलरी शॉप पर पर्चेजर्स की भारी भीड़ देखने को मिली। लोग दो ग्राम के गोल्ड कॉइन से लेकर भारी गहनों की भी परचेजिंग कर रहे थे। पिछले कई सालों से सातवें आसमान पर चल रहे गोल्ड के भाव के थोड़ा डाउन होने से भी लोगों ने अक्षय तृतीया के मौके पर सोने की तबीयत से खरीदारी की। सबसे अच्छा मौका उनको मिला जिनके घर शादी होनी है। इन्होंने शादी के लिए गहने भी परचेज किए और अक्षय तृतीया पर गोल्ड पर्चेज कर पुण्य भी कमा लिया।

उम्मीद से कम लेकिन बढ़कर मिला

साल भर में कुछ ऐसे पर्व आते हैैं जिनमें किसी भी शुभ काम को किया जा सकता है। इन्हीं में से एक है अक्षय तृतीया। इस खास पर्व पर लोगों ने सौभाग्य की कामना के लिए प्रॉपटीज की खरीद फरोख्त भी जमकर की। हालांकि रजिस्ट्री ऑफिस को उम्मीद के मुताबिक इनकम नहीं हुई। असिस्टेंट रजिस्ट्रार घनश्याम के मुताबिक अक्षय तृतीया के मौके पर हमने डेढ़ से दो करोड़ की आय होने की उम्मीद की थी लेकिन उम्मीद से कम 80 से 90 लाख रुपये की ही इनकम हुई जो आम दिनों की तुलना में 10 से 15 परसेंट अधिक रहा। असिस्टेंट रजिस्ट्रार के मुताबिक आम दिनों में रजिस्ट्री ऑफिस में औसतन 150 रजिस्ट्री होती है। जबकि अक्षय तृतीया के दिन 250 से 300 रजिस्ट्री की उम्मीद थी लेकिन ये आंकड़ा 200 के अंदर ही रहा।

खूब बजा बाजा

वैसे तो पब्लिक को इन दिनों बारातों के चलते हर शाम जाम का झाम झेलना पड़ रहा है लेकिन सोमवार की शाम तो लोगों के लिए मुसीबत बन कर आई। वजह बना अक्षय तृतीया के चलते लगन का तगड़ा होना। इस स्पेशल पर्व के कारण सड़कों पर स्थित लान्स लेकर गलियों की धर्मशालाएं सब बुक रहीं। सिगरा, महमूरगंज, भोजूबीर, चौक, लक्सा, पाण्डेयपुर के अलावा कई अन्य इलाकों से निकली बारातों के चलते लोग जाम में फंसकर हॉर्न ही बजाते रहे।

क्या बिका कितना

सोने की ज्वेलरी                40 करोड़

डायमंड ज्वेलरी                 35 करोड़

चांदी की ज्वेलरी               15 करोड़

चांदी सिक्के                    03 करोड़

चांदी मूर्ति व नोट              02 करोड़

चार पहिया वाहन              02 करोड़

दो पहिया वाहन                02 करोड़

इलेक्ट्रानिक्स उपकरण       50 लाख करोड़

रजिस्ट्री से आय                90 लाख