कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में मेडल्स जीतने वाले स्टार जिम्नास्ट आशीष कुमार ने ढाका में आयोजित साउथ सेंट्रल एशियन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में चार गोल्ड मेडल जीते। आशीष के इस धमाकेदार परफॉर्मेंस की बदौलत इंडिया इस इवेंट में  कुल 17 मेडल्स जीतने में सफल रहा।

इंडियन जिम्नास्टिक फेडरेशन के अनुसार, आशीष ने आल अराउंड, फ्लोर, वाल्ट और हाई बार में सोने का तमगा जीता। उन्हीं की बदौलत इंडियन मेन टीम 246.90 प्वॉइंट्स लेकर सिल्वर मेडल जीतने में सफल रही। इस स्टार जिम्नास्ट ने इसके अलावा रिंग्स में ब्रांज मेडल भी हासिल किया। मेन इवेंट्स में आलोक रंजन और देवेश कुमार ने भी इंडिया के लिए ब्रांज मेडल हासिल किया। मेन टीम का गोल्ड उज्बेकिस्तान के नाम रहा।

इंडियन टीम को गोल्ड मेडल

इंडियन वुमेन टीम ने दीपा करमाकर के अच्छे परफॉर्मेंस से टीम चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया। मेजबान बांग्लादेश ने सिल्वर और श्रीलंका ने ब्रांज मेडल हासिल किया। वुमेन टीम में दीपा ने वाल्ट में सोने का तमगा जीता। इसके अलावा उन्होंने आल अराउंड और बीम में सिल्वर, जबकि अनइवेन बार्स में ब्रांज मेडल हासिल किया। मीनाक्षी ने वाल्ट और फ्लोर में सिल्वर और आल अराउंड में ब्रांज मेडल जीते। रूचा दिवाकर भी फ्लोर में ब्रांज मेडल हासिल करने में सफल रहीं। जीएफआई प्रेसीडेंट जे एस कंडारी और जनरल सेक्ट्ररी कौशिल बीडिवाला ने टीम को इस सफलता पर बधाई दी है।

उम्मीदों का ‘आशीष’

यूपी के इलाहाबाद से ताल्लुक रखने वाले आशीष कुमार से इंडिया को लंदन ओलंपिक्स में काफी उम्मीदें हैं। उनका नाम पहली बार तब सुर्खियों में आया, जब कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने देश के लिए पहली बार दो मेडल्स हासिल किए। यह इंटरनेशनल जिम्नास्टिक इवेंट में इंडिया के पहले मेडल्स थे। इसके बाद उन्होंने एशियन गेम्स में भी एक ब्रांज मेडल जीतकर तहलका मचा दिया। उनके इस अचीवमेंट्स के कारण उन्हें इंडिया में ही वर्ल्ड क्लास फैसिलिटीज प्रोवाइड कराई गईं, जबकि लंदन ओलंपिक के मद्देनजर उन्हें आउटडोर (फॉरेन) ट्रेनिंग और विदेशी कोच भी मुहैया कराया गया।