- कान्हा उपवन का भ्रमण करने गये सीएम योगी आदित्यनाथ

- मुलायम की पुत्रवधू अपर्णा और पुत्र प्रतीक रहे साथ में

- अपर्णा का एनजीओ करता है कान्हा उपवन की देखरेख

LUCKNOW@inext.co.n

LUCKNOW: सूबे में 'गौमाता' अब बदलते सियासी रिश्तों की गवाह बन गयी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को राजधानी स्थित कान्हा उपवन पहुंचे तो उनका स्वागत सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के छोटे पुत्र प्रतीक यादव और उनकी पत्‍‌नी अपर्णा यादव ने किया। मालूम हो कि अपर्णा का एनजीओ जीवाश्रय समिति नगर निगम के साथ कान्हा उपवन की गायों की देखरेख करती है। इस दौरान प्रतीक और अपर्णा जिस गर्मजोशी के साथ मुख्यमंत्री के साथ देखे गये उससे सूबे में नये सियासी समीकरण बनने की सुगबुगाहट शुरू हो गयी। मीडिया ने जब अपर्णा से भाजपा ज्वाइन करने के कयासों पर सवाल किया तो उन्होंने राजनैतिक सूझबूझ कर परिचय देते हुए कहा कि 'वक्त आने पर सब पताल जाएगा'।

यूं ही नहीं लग रहीं अटकलें

दरअसल, योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद अपर्णा और प्रतीक ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस में जाकर उनसे मुलाकात की थी जिसके बाद उनके भाजपा में जाने के कयास लगने लगे थे। दोनों ने बाहर निकलने के बाद इसे शिष्टाचार भेंट बताया था लेकिन लोगों के जेहन में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मुलायम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कानाफूसी का नजारा छाया था। वहीं अंतिम दौर के मतदान के दौरान साधना गुप्ता द्वारा प्रतीक यादव को सांसद बनते देखने का बयान भी तरोताजा था। इन्हीं कडि़यों को आपस में जोड़ते हुए 'यादव परिवार' के किसी सदस्य के भाजपा में जाने की अटकलें लगनी शुरू हो गयी थी। वहीं कान्हा उपवन में भी तीनों के बीच की जुगलबंदी देख लोग अटकलें लगाने से नहीं चूके कि यह मुलाकात किसी नये सियासी रिश्ते को जन्म दे सकती है। दरअसल पशुप्रेमी प्रतीक ने मुख्यमंत्री से कान्हा उपवन आने का अनुरोध किया था। वह जीवाश्रय के बड़े दानदाता भी हैं। आज सीएम के वहां पहुंचने से पहले दोनों मौजूद थे। दोनो ने सीएम को पूरा उपवन घुमाया और बारीकी से हर जगह के बारे में जानकारी दी।

पहले किए हनुमान मंदिर में दर्शन

सीएम का काफिला पहले गौशाला में हनुमान मंदिर पहुंचा जहां उन्होंने पूजा की। अपर्णा ने बताया कि उन्होंने ही इसका निर्माण करवाया है जिसकी सीएम ने सराहना की। इसके बाद वे पशु शेल्टर के पास गये और गायों को गुड़ खिलाया और प्यार से सहलाने लगे। उन्होंने इस प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार करने पर साथ आए डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा की तारीफ भी की। मालूम हो कि डॉ। शर्मा ने मेयर बनने के बाद यह प्रोजेक्ट शुरू कराया था। कुछ जगहों पर सफाई व्यवस्था में खामियां देख उन्होंने इसे सुधारने को कहा। सीएम ने इसके बाद दूसरा पशु शेल्टर 'कृष्ण वाटिका' और पशु हॉस्पिटल भी देखा। बाकी जगहों पर भी ऐसे उपवन बनने की बात उठी तो नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने सभी नगर निगमों में इसके लिए जमीन और संसाधन मुहैया कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान स्थानीय विधायक और मंत्री स्वाति सिंह भी मौजूद थीं।

लोगों को देख गाड़ी से उतरे

वापसी के दौरान सीएम का काफिला सरोजनीनगर के जिंदनखेड़ा इलाके में पहुंचा तो रास्ते में खड़े लोगों ने हाथ हिलाकर उनसे रुकने को कहा। इस बीच गोद में छोटी बच्ची लिए एक महिला आगे बढ़ने की कोशिश करने लगी तो सीएम गाड़ी रुकवा कर बाहर आ गये। लोगों ने उनसे इलाके में नाली, सड़क और सफाई की समस्या के बारे में बताया तो सीएम ने उन्हें जल्द सारे काम कराने का भरोसा दिया।