- लोयोला मैदान में गुड फ्राइडे के मौके पर धर्मविधि का आयोजन, जुटे 15 हजार मसीही विश्वासी

- कार्डिनल ने उठाया क्रूस, कहा, यीशु मसीह ने हमारी मुक्ति के लिए क्रूस पर चढ़े और मृत्यु को प्राप्त किया

RANCHI गुड फ्राइडे यानी पुण्य शुक्रवार के मौके पर लोयोला मैदान में मसीहियों की एक धर्मसभा हुई। इसमें कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो ने धर्मविधि के बाद मसीही विश्वासियों से यीशु मसीह के दुखों का हाल सुनाने के बाद कहा कि अच्छाई और बुराई के वृक्ष ने मानव को ईश्वर से दूर कर दिया, पर मृत्यु का वृक्ष जो यीशु मसीह के खून से सिंचित होने के बाद जीवन के वृक्ष में तब्दील हो गया ने मानव का ईश्वर से मेल करा दिया। मृत्यु के वृक्ष को जीवन का वृक्ष बनाने के लिए यीशु मसीह को इसे अपने रक्त से सिंचित करना पड़ा। उन्होंने कहा कि गुड फ्राइडे को हम पवित्र क्रूस की उपासना करते हैं और उसे चूमते हैं, पर हमारा चुंबन ऐसा होना चाहिए जो प्रभु को आनंदित करे। धर्मविधि के बाद कार्डिनल ने लोयोला मैदान में क्रूस रास्ता के लिए क्रूस उठाया।

दोपहर से ही जुटने लगे थे विश्वासी

गुड फ्राइडे के दिन धर्मविधि और क्रूस रास्ता के लिए मसीही विश्वासी दोपहर बाद से ही लोयोला मैदान में जुटने लगे थे। शाम पांच बजे तक लोयोला मैदान में 15 हजार से ज्यादा मसीही विश्वासी इकट्ठा हो चुके थे। महागिरजाघर में धर्मविधि और क्रूस रास्ता से पहले सुबह छह बजे महागिरजाघर में प्रात वंदना और पाप स्वीकार किया गया।

यीशु मरण तक आज्ञाकारी

धर्मविधि में संत योहन के अनुसार प्रभु यीशु मसीह के दुखभोग का वर्णन शाम साढ़े चार बजे से फादर एलेक्स एक्का और कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो ने किया। इसकी शुरुआत गीत से हुई, जिसके बोल थे- यीशु मरण तक आज्ञाकारी। उन्होंने कहा कि यीशु मरण तक आज्ञाकारी बने रहे, इसलिए परमेश्वर ने उनको महान बना दिया।

और जी उठे थे प्रभु

धर्मविधि में गीत का संचालन बढ़ईटोली की गायक मंडली ने किया। उर्सुलाइन कान्वेंट की सिस्टर भी इसमें सहयोग कर रही थीं। वहीं क्रूस रास्ता में डायस के लोगों ने सहयोग किया। कैथोलिक सभा के प्रेसिडेंट अलबिनुस तिग्गा ने बताया कि चालीसा काल में मसीही विश्वासी उपवास और परहेज द्वारा पास्का की तैयारी करते हैं। कैथोलिक सभा के कमिटी मेंबर प्रदीप कुजूर ने बताया कि यीशु मसीह ने मानव जाति की पाप मुक्ति के लिए मृत्यु को स्वीकार किया और तीसरे दिन जी उठे।

मसीही जीवन का बताया महत्व

गुड फ्राइडे को सुबह नौ बजे से 12 बजे तक संत पॉल कैथेड्रल बहूबाजार में रेव्ह डॉ सीएसआर गिर ने यीशु मसीह के क्रूस पर से बोले गए सात वचनों का मसीही जीवन में क्या महत्व है, इसपर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे क्षमा करना जो मसीही जीवन का प्रमुख गुण है, महत्व रखता है। गुड फ्राइडे के मौके पर शहर के विभिन्न गिरजाघरों में अलग-अलग प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया।